"नोबल फाउंडेशन" ने बस्तर के डॉ राजाराम त्रिपाठी को किया सम्मानित,

डॉ राजाराम त्रिपाठी ने बस्तर तथा छत्तीसगढ़ का बढ़ाया मान तथा स्वाभिमान, हासिल किया "स्वाभिमान अवार्ड-2022"

Update: 2022-09-27 08:55 GMT

नोबल फाउंडेशन ने लुधियाना गुरु नानक देव भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में बस्तर के जैविक हर्बल किसान तथा कृषि वैज्ञानिक डॉ राजाराम त्रिपाठी को सम्मानित करते हुए उन्हें स्वाभिमान अवार्ड 2022 से नवाजा गया। समारोह की अध्यक्षता मुख्य अतिथी के रूप में पधारे पदमश्री विजय कुमार चोपड़ा मैनेजिंग डायरैक्टर पंजाब केसरी ग्रुप ने की। जबकि विशेष अतिथि के रूप में विनय कुमार झा चीफ कमिश्नर इनकम से.नि. टैक्स,डा.कौस्तुभ शर्मा पुलिस कमिश्नर,108 महंत रामेश्वर दास त्यागी महाराज, ओंकार सिंह पाहवा मैनेजिंग डायरेक्टर एवन साइकिल, उमेश मुंजाल मैनेजिंग डायरेक्टर हाईवे इंडस्ट्रीज, विनोद दत्त एमडी चाणक्य डेयरी प्रोडक्ट्स, जीवन गुप्ता एमडी लीफोर्ड, डॉ.अशोक भाटिया एमडी आईएमसी, अमनदीप सिंह ग्रोवर चीफ री.मै. ऑफ नेशनल इंश्योरेंस कंपनी आदि ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

विशिष्ट मेहमानों के तौर पर एस एल वर्मा वाइस प्रेसिडेंट फाइनेंस बेवरेजेस, रजनीश कपूर प्रेसिडेंट सेल्स लुधियाना बेवरेजेस, करण बत्रा प्लांट हेड रॉल्सन इंडिया, कुंदन बरमानी प्रेसिडेंट भारतीय योग संस्थान, वाई के भूषण चार्टर्ड अकाउंटेंट, नीरज आहूजा प्रधान गांधी नगर मार्केट एसो. प्रवीण मकीम चेयरमैन मक्कीम मेडिकल, यशपाल गुप्ता सुभाष एसोसिएट्स, श्याम गुप्ता एमडी श्याम सॉल्ट, पीके वशिष्ठ एम नाहर स्पिनिंग मिल्स, कृपाल सिंह,अश्विनी छाबरा,अर्चना शर्मा, पंकज जैन,डॉ राकेश शर्मा, रश्मि शर्मा, सोनिया शर्मा, एस्ट्रोलॉजर रचना शर्मा, नवनीत गरेवाल,याशना जी, रमणीक मल्होत्रा, गुरविंदर सिंह,श्री गौ रक्षणी सभा से श्याम लाल सपरा, पंकज , आशीष अभि जैन, डीके ओसवाल,चंद्र शेखर प्रभाकर भी समारोह में शामिल हुए।


"मां दंतेश्वरी हर्बल समूह" के अपने किसान साथियों तथा अपनी कर्मभूमि बस्तर को डां त्रिपाठी ने अवार्ड किया समर्पित,

अमेरिका के प्रोफेसर डॉक्टर लैंब सहित देश-विदेश की 13 शख्सियतों को दिया गया ' स्वाभिमान- अवार्ड',

जैविक खेती व हर्बल खेती में नवाचारों, पर्यावरण संरक्षण तथा विलुप्त हो रही दुर्लभ जड़ी बूटियों को बचाने एवं जनजातीय समुदायों के उत्थान के तीन दशकों से किए जा रहे सतत प्रयासों के लिए डॉ त्रिपाठी को मिला अवार्ड,

उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध समाजसेवी राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में नोबेल फाउंडेशन देश के जरूरतमंद तथा आर्थिक रूप से गरीब तबके के छात्र छात्राओं को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु लंबे समय से कार्यरत है। वर्तमान में इनके द्वारा बिना किसी सरकारी सहयोग के 36 विद्यालय चलाए जा रहे हैं। इनमें निशुल्क शिक्षा के साथ ही अन्य जीवनोपयोगी तकनीकी शिक्षाएं भी निशुल्क प्रदान की जाती हैं, निशुल्क मेडिकल कैंप भी लगाए जाते हैं।


कार्यक्रम में सर्वप्रथम अमर शहीद लाला जगतनारायण जी की प्रतिमा पर सभी अतिथियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके उपरांत नोबल फाउंडेशन द्वारा संचालित मां शारदा विद्या पीठ के 36 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने स्टेज पर आध्यात्मिक और देश भक्ति के गीतों पर नृत्य, संगीत,नाटक प्रस्तुत करके अपनी प्रतिभा दिखाई।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करने वाली 13 शखसियतों जिनमें 7 पुरुषों और 5 महिलाओं व 1 गुडडी महंत को वार्षिक स्वाभिमान पुरूस्कार से नवाजा गया। मीनाक्षी जैन ने डॉ राजाराम त्रिपाठी सहित सभी अवार्डिज का सम्मान उनकी जीवन कथा तथा उपलब्धियों को एक कविता के रूप में पिरो कर सम्मान देने की पूर्व उसे मंच पर पढा जिसे बहुत सराहा गया।


पुरस्कार विजेताओं पुरुषों में सबसे पहले , बस्तर छत्तीसगढ़ के डॉ राजाराम त्रिपाठी जैविक हर्बल किसान व वैज्ञानिक, सहित प्रोफेसर डॉ. रामदास लैंब अंतर्राष्ट्रीय लेखक अमेरिका, पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी , आदिक कदम समाजसेवी, रोहित मेहरा ग्रीन मैन, शिवकुमार कोहली शक्तिमान , विकास ठाकुर अंतर्राष्ट्रीय वेटलिफटर एवं महिलाओं में आभा भिया आयरन लेडी , किरण सेठी लेडी सिंघम , नाम्या जोशी चाइल्ड प्रॉडिजी , रिहाना अदीब सोशल एक्टिविस्ट , डॉ वंदना शाही प्रिंसिपल बीसीएम स्कूल को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें देश के महान गुरुओं की धरती लुधियाना में नोबेल फाउंडेशन द्वारा प्रदत इस प्रतिष्ठित स्वाभिमान अवार्ड मिलने से बेहद प्रसन्नता तो अवश्य हुई है, लेकिन सच्चाई यही है कि, जैविक खेती, हर्बल खेती में नवाचार, पर्यावरण संरक्षण तथा विशेष रूप से विलुप्त हो रही दुर्लभ जड़ी बूटियों के बचाने के लिए एवं हमारे जनजातीय समुदायों के उत्थान के लिए पिछले तीन दशकों में किए गए कार्यों तथा उपलब्धियों से बिल्कुल भी संतोष नहीं है। इस दिशा में अभी भी हम बस कुछ ही कदम चल पाए हैं,मंजिल तो अभी भी कोसों दूर है। वास्तव में हमें अवार्ड मिलने पर खुशी तो मिलती ही है ,हमारा हौसला भी बढ़ता है तथा और अच्छे कार्य करने की प्रेरणा भी मिलती है। इस प्रतिष्ठित अवार्ड के प्राप्त होने से निश्चित रूप से समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियां भी और ज्यादा बढ़ गई हैं। डॉक्टर त्रिपाठी जी यह सम्मान "मां दंतेश्वरी हर्बल समूह" के अपने किसान साथियों को तथा अपनी कर्मभूमि बस्तर की माटी को सादर समर्पित किया।

मुख्य अतिथि की आसंदी से पदम श्री विजय चोपड़ा ने नोबल फाउंडेशन के प्रमुख राजेंद्र शर्मा के सतत समाज सेवा के कार्यों की तारीफ करते कहा कि देश से अनपढ़ता के अंधेरे को मिटाने के लिए समाज के हर वर्ग को नोबल फाउंडेशन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होने कहा कि शिक्षित समाज ही देश को ओर तेजी से उन्नित के रास्ते पर आगे बढऩे में मदद करेगा। श्री चोपड़ा ने डॉ राजाराम त्रिपाठी सहित स्वाभिमान अवार्ड पाने वाली सभी शखसियतों के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कर्मठ समाज सेवियों की अनवरत मेहनत, लग्न तथा इनके निस्वार्थ कार्यों की बदौलत ही यह देश बचा हुआ है। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन कमलेश गुप्ता नहीं किया तथा कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों का सम्मान किया गया एवं नोबेल फाउंडेशन के प्रमुख समाजसेवी राजेंद्र शर्मा के द्वारा आभार व्याख्यान दिया गया।

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