हमारी तो अगरबत्ती बुझी हुई है और तुम्हे........! राजस्थान हार पर एक जोरदार बात
एक जोरदार किस्सा है जिसे शेयर करने से मैं अपने आपको नही रोक पा रहा हूँ। भाजपा प्रदेश कार्यालय ने तीन दिन पहले ही आतिशबाजी आदि मंगवा ली थी ताकि जीत का जश्न मनाया जा सके।
आतिशबाजी वाले ने भरपूर मात्रा में आतिशबाजी तो सप्लाई करदी। लेकिन भुगतान के लिए बाद का समय दिया गया। कल वह भुगतान लेने प्रदेश कार्यालय गया तो वहां मातम छाया हुआ था । वह एक एक कर कई पदाधिकारियों से मिला, मगर भुगतान देने को कोई तैयार नही हुआ।
अंत मे वह मुखिया से मिला तो जवाब मिला-यहां खुद की अगरबत्ती बुझी हुई है और तुम्हे भुगतान की पड़ी है। आखिरकार आतिशबाजी वाला सारी आतिशबाजी समेटकर लेगया और उन्हें घनश्याम तिवाड़ी तथा नरपतसिंह राजवी के पास ऊंचे दामो पर बेच आया । दोनों ने आतिशबाजी के जरिये जोरदार ढंग से जश्न मनाया।