भारतीय जनता पार्टी ने कार्य समिति की बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जीत के नुस्खे देते हुए 2019 में पूर्ण बहुमत का मन्त्र दिया. लेकिन मंत्र लेकर वापस लौटी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को शाम को ही एक बुरी खबर सुनने को मिली. राज्य में पंचायती राज संस्था के 24 सीटों के चुनाव में कांग्रेस ने 12 सीटें जीतकर अहम वापसी की तो बीजेपी 11 सीटें जीत पाई.
इस खबर को सुनकर सीएम वसुंधरा को थोड़ी मायूसी जरुर आई होगी. लगातार अच्छी जीत का रिकार्ड बनाये हुए अब हार का सामना करना पड रह है. जिन जिलों में यह उपचुनाव हुए है, वहां भाजपा का अच्छा वर्चस्व माना जाता है. पंचायत उपचुनाव के नतीजों के बाद अब पार्टी के नेताओं को जल्द होने वाले लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के नतीजों की चिंता सताने लगी है.
इधर, राजस्थान में लगातार महत्वपूर्ण चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन कर रही कांग्रेस के लिए ये कोई बड़ी उपलब्धि नहीं मानी जा सकती, लेकिन ये नतीजे कुछ राहत के छींटे जरूर दे पाएंगे. वह भी तब जब प्रदेश की दो महत्वपूर्ण सीटों पर लोकसभा उपचुनाव होने वाले हैं.
वैसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी पूरे जोशोखरोश के साथ कांग्रेस को गति देने में लगे हुए है. कल बैलगाड़ी पर सवार होकर विधानसभा तक गये. अभी फिलहाल अजमेर लोकसभा और अलवर लोकसभा की सीट पर उपचुनाव होना है. इस परिणाम से बीजेपी खेंमे में सुगबुगाहट शुरू हो गई है. वहीं कांग्रेस खेमें में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है.