राफेल की पूजा पर विपक्ष क्यों सूजा, ज्योतिषयों ने किया खुलासा क्यों रखे गये राफेल के पहिये के नीचे पहले दिन नींबू?
राफेल की पूजा को लेकर पूरा विपक्ष नाराज क्यों दिखा?
वायुसेना के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है. एक तरफ जहां भारत में दशहरा मनाया जा रहा है, वहीं फ्रांस ने भारत को RB 001 राफेल विमान सौंप दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के पहले राफेल विमान की पूजा की. इस दौरान फ्रांस में भारत के धार्मिक रीति-रिवाजों की एक खूबसूरत झलक देखने को मिली.
राजनाथ सिंह ने पहले राफेल विमान की शस्त्र के रूप में ओम लिखकर पूजा की. इतना ही नहीं, राफेल की टेस्टिंग उड़ान से पहले उसके पहियों के नीचे दो नींबू भी रखे गए, जो कि धार्मिक रीति-रिवाजों का हिस्सा माना जाता है.
पहिए के नीचे क्यों रखे गए नींबू?-
ज्योतिषाचार्य सर्वानंद सरस्वती और राजकुमार शास्त्री ने बताया कि नए वाहन के पहियों के नीचे नींबू रखने का बड़ा महत्व है. इससे नकारात्मक शक्तियों (नेगेटिव एनर्जी) का संकट सिर से टलता है. लोगों की बुरी नजर से बचाने में भी इसका महत्व है.
उन्होंने बताया कि इस तरह की नकारात्मक शक्तियां बिना बलि के शांत नहीं होती हैं. इसलिए वाहन खरीदते वक्त पशुओं की बलि की बजाय नींबू या नारियल की बलि दी जाती है. इससे भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना काफी कम हो जाती है.
बुरी नजर से बचाता है नींबू-
अक्सर आपने घर या दुकान आदि के द्वारों पर नींबू और मिर्च टंगे देखे होंगे. इसके अलावा कई बार वाहनों को भी बुरी नजर से बचाने के लिए नींबू मिर्च बांधे जाते है. लोगों की बुरी नजर से बचने के लिए ऐसा किया जाता है.
क्या है नकारात्मक ऊर्जा?-
- हर व्यक्ति और वस्तु से उसके स्वभाव के अनुसार तरंगे निकलती रहती हैं.
- व्यक्ति के अन्दर से निकलने वाली तरंगे ज्यादा प्रभावशाली होती हैं.
- एक साथ जब ढेर सारी तरंगे इकठ्ठा हो जाती हैं , तो वो विशेष तरह की ऊर्जा का स्वरुप ले लेती हैं.
- अच्छे संस्कारों वाले व्यक्ति की ऊर्जा सकारात्मक होती है
- जबकि खराब संस्कारों वाले व्यक्ति की ऊर्जा नकारात्मक होती है .
- ये नकारात्मक ऊर्जा हमारे और हमारे प्रगति के बीच में आकर सब कुछ रोक डालती है.
नकारात्मक ऊर्जा होने के नुक्सान क्या हैं?-
- सारे महत्वपूर्ण कार्य रुक जाते हैं
- अच्छा करने के बावजूद अपयश मिलता रहता है
- किसी काम में मन नहीं लगता
- रिश्तों में अच्छा तालमेल नहीं बैठ पाता
- बिना कारण बीमारियों में और अनावश्यक पैसा खर्च होता है