बीसीसीआई करेगा रिव्यू मीटिंग, इसमें होंगे कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली से सवाल-जवाब!
ऐसे में प्रश्न उठना लाजिमी है कि क्या विराट इस वर्ल्ड कप में हिंदुस्तान के कप्तान थे? क्या वह टीम इंडिया के उपकप्तान थे? अगर जवाब ना है तो फिर विराट से सवाल क्यों?;
टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में मिली शर्मनाक हार के बाद बीसीसीआई रिव्यू मीटिंग करेगा। इसमें कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली से सवाल-जवाब किया जाएगा। एक तरफ सूत्रों के हवाले से हर तरफ यह खबर चल रही है कि विराट को अब T-20 इंटरनेशनल में अवसर नहीं दिया जाएगा और दूसरी तरफ रिव्यू मीटिंग में कोहली से सवाल। ऐसे में प्रश्न उठना लाजिमी है कि क्या विराट इस वर्ल्ड कप में हिंदुस्तान के कप्तान थे? क्या वह टीम इंडिया के उपकप्तान थे? अगर जवाब ना है तो फिर विराट से सवाल क्यों? विराट की क्या गलती जो उन्हें हार के बाद कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की जा रही है।
अब आपको 1 साल पीछे ले चलते हैं। इसी बीसीसीआई ने किंग पर इतना दबाव बनाया था कि उन्हें 2021 वर्ल्ड कप से पहले T-20 इंटरनेशनल की कप्तानी छोड़ने का ऐलान करना पड़ा था। पाकिस्तान के खिलाफ उस वर्ल्ड कप में जब तमाम दिग्गजों ने घुटने टेक दिए थे तो विराट ने 57 रन बनाया था। इसके बावजूद हिंदुस्तान ने मुकाबला 10 विकेट से गंवाया था। उस हार के बाद विराट की नन्हीं सी बिटिया को सोशल मीडिया पर रेप की धमकी दी गई थी। सोचिए एक पिता के तौर पर उस वक्त किंग कोहली पर क्या गुजरी होगी? मैदान पर अपना 100% देने के बाद शायद ही क्रिकेट इतिहास में किसी खिलाड़ी की इतनी आलोचना हुई होगी, जितनी बातें उस हार के बाद विराट के खिलाफ कही गई थीं। वह तो शेर दिल विराट ही था जो हार के बाद मीडिया के सामने आया था। शर्मनाक शिकस्त के पीछे की तमाम वजहें मीडिया वालों की आंखों में आंखें डाल कर गिनाया था।
1 साल के बाद उसी टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान फिर सामने था और टॉप ऑर्डर ने घुटने टेक दिया था। अगर विराट 53 गेंदों पर 82* नहीं बनाता तो हिंदुस्तान फिर एक दफा वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मुंह की खाता। विराट की यह ऐतिहासिक पारी नहीं आती तो समूचे हिंदुस्तान की दिवाली काली हो जाती। जिस खिलाड़ी ने वर्ल्ड कप में 99 की औसत से सबसे ज्यादा 296 रन बनाया, उससे सवाल-जवाब करने का बीसीसीआई का मकसद हमें समझ नहीं आया? सवाल तो कप्तान रोहित और उप कप्तान राहुल की बल्लेबाजी को लेकर पूछे जाने चाहिए थे। उन्होंने पूरे वर्ल्ड कप में एक भी अर्धशतकीय साझेदारी नहीं बनाई और उनकी शर्मनाक बल्लेबाजी की कीमत सेमीफाइनल में हमने हार के तौर पर चुकाई।
सवाल तो उन चयनकर्ताओं से पूछे जाने चाहिए, जिन्होंने 2021 वर्ल्ड कप की हार के बाद T-20 में 4 कप्तान बदले और 30 खिलाड़ियों को आजमाया। इसके बावजूद टीम में सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों का चयन नहीं हो पाया। कप्तान रोहित ने कहा था कि वर्ल्ड कप से पहले हम अपना बेस्ट संयोजन खोज रहे हैं। इस चक्कर में असफल एक्सपेरिमेंट्स की भरमार लगा दी गई। अंत में वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की लुटिया डुबा दी गई। अगर विराट नहीं होता तो निश्चित ही हिंदुस्तान सेमीफाइनल भी नहीं खेल पाता। ग्रुप स्टेज से ही वापस लौट कर घर आता। इसलिए विराट के खिलाफ उंगली उठाने से पहले बीसीसीआई को सौ दफे सोचना चाहिए। जो इस हार के असली गुनहगार हैं, उनसे जवाब तलब करना चाहिए।
किंग कोहली का अपमान.. नहीं सहेगा हिंदुस्तान!❤️
साभार Lekhanbaji