सेमीफाइनल से पहले मिडिल ऑर्डर की गुत्थी सुलझाना चाहेगी विराट सेना

भारतीय टीम 13 अंको के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है।

Update: 2019-07-06 05:27 GMT

विश्व कप में जीतने भी मैच इंडियन टीम खेली है हर मैच में मध्यक्रम का प्रदर्शन निराशा रहा है, और विराट कोहली की टीम शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले विश्व कप के अंतिम ग्रुप मैच में उम्मीद करेगी कि महेंद्र सिंह धोनी सेमीफाइनल से पहले फार्म हासिल कर लें।इडियन टीम 8 मैच खेली जिसमें 6 मैच में जीत हासिल कि है और एक मैच इंग्लैंड से हार तो एक मैच न्यूजीलैड के खिलाफ बारिश के कारण मैच हो गया था। भारतीय टीम 13 अंको के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। पहले ही अंतिम चार में दूसरा स्थान पक्का कर चुकी भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ जीत से अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच सकती है बशर्ते आस्ट्रेलिया पहले ही बाहर हो चुकी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम मैच में हार जाये।

इसलिये शीर्ष स्थान और न्यूजीलैंड के खिलाफ संभावित सेमीफाइनल के लिये काफी मशक्कत होगी क्योंकि खतरनाक इंग्लैंड का सामना करना मुश्किल होगा। भारत के लिये मध्यक्रम की पहेली अब भी अनसुलझी है और ऐसा दिखता है कि भारतीय टीम प्रबंधन अपनी योजना 'ए' पर ज्यादा निर्भर है जो उनके शीर्ष क्रम की सफलता है। उप कप्तान रोहित शर्मा 544 रन के साथ उनके सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने इस दौरान रिकार्ड बराबरी वाले चार शतक भी जड़े। कप्तान कोहली के लिये भी यह विश्व कप अच्छा रहा है, हालांकि उनके स्तर के हिसाब से इतना बेहतरीन नहीं रहा और उनके नाम पांच अर्धशतक से 400 से ज्यादा रन हैं।

धोनी के लिये अंतिम ओवरों में बल्ले से बेहतर प्रदर्शन को देखने के लिये श्रीलंका से बेहतर प्रतिद्वंद्वी नहीं हो सकता जब लसिथ मलिंगा अपनी धीमी गेंदों में वैरिएशन से आक्रामक गेंदबाजी करेंगे। श्रीलंकाई आफ स्पिनर धनजंय डि सिल्वा काफी किफायती रहे हैं। अगर धोनी को बीच के ओवरों में डि सिल्वा की ज्यादा गेंद खेलनी पड़ती हैं और वह इन पर रन जुटा लेते हैं तो इससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी ही होगी।

लेकिन श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले को भारतीय टीम थोड़ा सहजता से ले सकती है और कुछ अन्य संयोजन आजमा सकती है जिसमें रविंद्र जडेजा को जोड़ना शामिल है। अभी टीम से जुड़े मयंक अग्रवाल को छोड़कर जडेजा एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें विश्व कप में एक भी मैच खेलने को नहीं मिला है लेकिन श्रीलंकाई टीम में बायें हाथ के अधिक खिलाड़ियों को देखते हुए इसकी संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि इससे कोहली और कोच रवि शास्त्री मध्यक्रम में केदार जाधव की वापसी करा सकते हैं क्योंकि वह आफ ब्रेक गेंद फेंकते हैं। पर दिनेश कार्तिक के लिये यह थोड़ा अनुचित होगा जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में ज्यादा गेंदों का सामना नहीं किया था।

कोहली ने अभी तक धोनी को पांचवें नंबर के अलावा ऊपरी क्रम में भेजने की ओर संकेत नहीं किया है। और यह चतुराई भरी योजना हो सकती है अगर पूर्व कप्तान को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करायी जाये जबकि 'पावर हिटर' जैसे ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या निचले क्रम में अपना नैसर्गिक खेल दिखायें। विजय शंकर की जगह मयंक आ चुके हैं और उनके परम मित्र लोकेश राहुल दो अर्धशतक जड़कर रोहित के साथ शीर्ष क्रम में अपना स्थान सुनिश्चित कर चुके हैं। रोहित भी अपने पांचवें शतक की उम्मीद लगाये होंगे।

गेंदबाजी में अगर वैसे देखा जाए तो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी अच्छा कर रहे हैं. युजवेंद्र चहल ने भी प्रभावित किया है. पिछले मैच में कुलदीप नहीं खेले थे वह दोबारा टीम में शामिल किए जा सकते हैं। अब तक भारत के सफल गेंदबाज शमी साबित हुए है जो 14 लिये है जिसमें एक बार हैट्रिक भी शामिल है।

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