आखिरी मैच में हार के साथ रोजर फेडरर की हुई इमोशनल विदाई, फ़ैन्स के सामने रो पड़े नहीं रुके आंसू, Emotional VIDEO
अपने करियर के आखिरी मुकाबले में फेडरर को फ्रांसेस टियाफो और जैक सॉक से हार का सामना करना पड़ा.
Roger Federer's emotional : 41 साल के रोजर फ़ेडरर (Roger Federer) ने संन्यास लेने का फैसला कर लिया था. अपने करियर के आखिरी मुकाबले ( Laver Cup) में फेडरर को फ्रांसेस टियाफो और जैक सॉक से हार का सामना करना पड़ा. अपने आखिरी मुकाबले में मिली हार के बाद फेडरर के आंखों में आंसू आ गए. दरअसल, यह उनका आखिरी मैच था, ऐसे में जब फेडरर मुकाबले हारे और उन्हें एहसास हो गया कि अब इसके बाद कभी भी कोर्ट पर नहीं दिखेंगे तो उनके आंखों से आंसू निकलने लगे.
मैच खत्म होने के बाज फेडरर ने नडाल को गले लगाया और भावुक होकर रो पड़े. साथ ही नडाल भी अपने आंसू नहीं रोक पाए. एक दूसरे के साथ बैठकर रोते हुए फेडरर और नडाल का वीडियो लेवर कप के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया.
टेनिस कोर्ट में सालों से कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे फेडरर और नडाल कोर्ट के बाहर अच्छे दोस्त हैं. फेडरर खुद चाहते थे कि वो अपना आखिरी मैच नडाल के साथ खेलें और इसके लिए उन्होंने संन्यास का ऐलान करने से पहले स्पेनिश खिलाड़ी से बात भी की थी.
बता दें कि रोजर फेडरर पुरुष सिंगल्स में सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. उन्होंने अब तक 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. जबकि इस मामले में राफेल नडाल टॉप पर हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा 22 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं.
रोजर फेडरर ने अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब 28 जनवरी 2018 को ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था. तब उन्होंने खिताबी मुकाबले में क्रोएशिया के मारिन सिलिच को मात दी थी. उस समय वह 20 ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए थे. हालांकि बाद में राफेल नडाल ने इस साल उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ डाला था. उस खिताब के बाद से फेडरर पर उम्र का असर साफ दिखना शुरू हो गया और उनके फॉर्म में गिरावट आ गई. चोट के चलते इस साल फेडरर ने एक भी ग्रैंड स्लैम में भाग नहीं ले पाए. आखिरी बार फेडरर ने 2021 के फ्रेंच ओपन में हिस्सा लिया था.
इसी महीने किया था संन्यास का ऐलान फेडरर ने इसी महीने 15 सितंबर को एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर करते हुए टेनिस से संन्यास का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि 41 साल की उम्र में उन्हें लगता है कि इसे छोड़ने का समय आ गया है.