नई दिल्लीः राम मंदिर के निर्माण को लेकर चल रही तीखी बहस में एक न्य खुलासा। राम मंदिर निर्माण को लेकर शुरू हुई पहल के बीच अयोध्या में मिले पुरातात्विक साक्ष्यों के बारे में लिखी गई एक किताब भी चर्चा में है। मलयालम में लिखी किताब- न्यान एन्ना भारतीयन (मैं एक भारतीय) के लेखक डॉ. केके मुहम्मद हैं।
अयोध्या में मंदिर के ऊपर मस्जिद बनाई
मुहम्मद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) विभाग के उत्तरी क्षेत्र के निदेशक रहे हैं। दिल्ली प्रवास पर आए डॉ.मुहम्मद ने एक सवांददाता को बताया कि एएसआइ को विवादित ढांचे में मिले केवल 14 स्तंभ ही नहीं, अन्य कई पुरातात्विक साक्ष्य भी यह गवाही दे रहे हैं कि अयोध्या में मंदिर के ऊपर मस्जिद बनाई गई।
डॉ.मुहम्मद ने बताया कि एएसआइ ने पहली बार 1976-77 में प्रो. बीबी लाल के नेतृत्व में विवादित ढांचे का निरीक्षण किया था। फिर 2002-2003 में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर विवादित ढांचा वाले स्थान के आसपास उत्खनन कराया। तब 50 के करीब वैसे चबूतरे मिले जैसे विवादित ढांचे के अंदर थे।
इस उत्खनन में कई मुस्लिम अधिकारी और कर्मचारी भी खास तौर पर शामिल किए गए थे। डॉ मुहम्मद के मुताबिक उत्खनन में मंदिरों के ऊपर बने कलश के नीचे लगाया जाने वाला अमलका अर्थात गोल पत्थर मिला। अमलका केवल मंदिर में ही लगाया जाता है। इसी प्रकार जलाभिषेक के बाद जल का प्रवाह करने वाली मगरप्रणाली मिली। मगर प्रणाली का मतलब मगरमच्छ के आकार वाली भी मिली।