सैफई महोत्सवः 'वीर कोई लंका को जाबै, खबर सीता की लै आबै' सुना मुलायम ने

Update: 2015-12-29 10:27 GMT

इटावाः सैफई महोत्सव पंडाल में लोक गायिका वंदना सिंह ने गीतों के जरिये समां बांधा। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित गीत यमुना किनारे मेरो गांव सांवरे आय जइयो जब सुनाया तो श्रोताओं ने तालियां बजाकर स्वागत किया।

लोक गायिका, नृत्य प्रशिक्षिका एवं कोरियोग्राफर वंदना सिंह ने अपने अनोखे अंदाज में एक शाम कान्हा के नाम पर कृष्ण एवं राधा के विभिन्न स्वरूपों से संबंधित लोक कला शैली के गीत सुनाये। भोली-भाली राधा और चतुर गोपाल गीत सुनाकर समां बांध दिया। गोवर्धन लीला का मंचन किया।




पंडाल में सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का पसंदीदा कार्यक्रम फाग का आयोजन किया गया। इसमें युवा लोक गायक रक्षपाल सिंह यादव की टीम ने राजा हरिश्चंद्र और मोरध्वज की कथा को गीतों के माध्यम से बयां किया। रक्षपाल ने लियो सत्य बचाय, बेटा मान ले बचन हमार, रानी तारा के विचारों को सुनाया।

अगले दौर में सुनाया नैनन नीर भरे लली के नैनन नीर भरे, श्याम से रोय-रोय अरज करे, अर्जी करत लिखत खत तुमको, पाती पढ़त चले अइयो, दिना शेष एक रहो बाकी पति धर्म भंग न हो लखै रहियो सुनाकर वाह-वाही लूटी। सुरेंद्र सियाराम मदनपुरा की टीम ने वीर कोई लंका को जाबै, खबर सीता की लै आबै वहीं दूसरी टीम ने रामलखन के जब शक्ती बाण लगा था, उस समय की कथा पवन सुत अबहू नहीं आये, बूटी लेन गये पर्वत पे, लला जिन कसनक विलमाए सुनाया।

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