जम्मू कश्मीर
पीडीपी और बीजेपी में सरकार गठन को लेकर चल रहे अनिश्चितता के दौर में नैशनल कांफ्रेस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने एक बड़ा सियासी बयान दिया है। फारुख बोले, 'अगर बीजेपी चाहती है की प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर चल रहे गतिरोध को समाप्त किया जाये तो में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने को तैयार हूँ। बीजेपी कहेगी तो हम सरकार बनाने को तैयार है।
फारुख ने शनिबार को एक पत्रकार बार्ता में बताया कि हमने गठ्वंधन के दरवाजे बंद नहीं किये है, हमारे दरवाजे इस बात को लेकर खुले है। यदि इस तरह का कोई प्रस्ताव आता है तो पार्टी कार्य समिति की बैठक बुलाकर चर्चा करेगी।
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पूर्व मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने पूंछा कि बीजेपी से सरकार गठन को लेकर यदि प्रस्ताव मिलता है तो एनसीपी का रूख क्या रहेगा? चूँकि राज्य में अभी राष्टपति साशं लागू है। अगर विधान सभा में एनसीपी और बीजेपी की संख्या को लेकर बात करें तो 87 सदस्सीय विधान सभा में बीजेपी के 25 और एनसीपी के 14 सदस्य है।
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फारुख ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस कभी किसी बात से पीछे नहीं हटती है, और हम तो राजग का हिस्सा पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेयी के समय में भी रह चुके है। इसी तरह जब 1996 में भी कोई चुनाव को लेकर तैयार नहीं था तब हमने कदम पीछे नहीं हटाये और चुनाव कराया।
खुदा जाने पीडीपी क्या चाहती है
फारुख के बयान का अभी इस समय इस तरह से बीजेपी को एक राहत की साँस है क्योंकि जब से पूर्व सीएम सईद का देहांत हुआ है तब से सरकार बनाने की अनिश्चितता बनी हुयी है। पूर्व मुख्यमंत्री फारुख ने कहा कि खुदा जाने पीडीपी क्या चाहती है। इस गतिरोध की जिम्मेदार 27 सदस्सीय पीडीपी जिम्मेदार है, उसे बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए। फारुख बोले पडौसी देशों की जारी गतिविधियों के वक्त प्रदेश में सरकार बनना बहुत जरूरी है जिससे की सरहदी लोग हमारे देश के विरुद्ध कोई नई रणनीति ना बना पायें। जब बीजेपी सरकार बनाना चाहती है तो पीडीपी को पहल कर सरकार बनानी चाहिए।