नम आँखों ने शहीद लांस नायक सतीश को राजकीय सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई

Update: 2015-12-06 10:31 GMT



भिवानी : जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शुक्रवार को उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए लांसनायक सतीश कुमार का रविवार को उनके पैतृक गांव माईकलां में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। हिसार कैंट से पहुंची स्पेशल गारद ने उन्हें सलामी दी।

इस दौरान भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह, इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला और अन्य राजनीतिक हस्तियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों व परिजनों ने शहीद को अंतिम विदाई दी। इस दौरान भिवानी के सांसद धमबीर ने शहीद स्मारक बनाने और परिवार को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता के तौर पर देने का ऐलान किया।



हरियाणा में भिवानी जिले के गांव माईकलां के 35 वर्षीय सतीश कुमार 21-आरआर राज राइफल बटालियन में जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा क्षेत्र में तैनात थे। शुक्रवार को घात लगाए आंतकियों ने उनकी बटालियन पर हमला कर दिया था। मुठभेड़ में सतीश ने दो आंतकियों को ढेर कर दिया। लेकिन लांसनायक खुद शहीद हो गए। शहीद का पार्थिव शरीर रविवार को ही दिल्ली से उनके गांव लाया गया। उन्हें सलामी देने के लिए हिसार कैंट से स्पेशल गारद पहुंची थी।

सतीश हैंडबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे। कुछ समय बाद वे सेना में हैंडबॉल के प्रशिक्षक बनने वाले थे। उनकी शादी डिगरोता गांव की निमज़्ला से मई 2002 में हुई थी। उनकी 10 साल की लड़की निकिता और 8 साल का लड़का नितिन हैं। निकिता 5वीं और नितिन दूसरी कक्षा में है।

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