रोहतक की 'निर्भया' को मिला इंसाफ, सभी 7 दोषियों को फांसी की सजा

Update: 2015-12-21 13:17 GMT


रोहतक (हरियाणा) : रोहतक में हुए नेपाली युवती से हुए सामूहिक बलात्कार और ह्त्या के आरोपियों को 18 दिसंबर को कोर्ट ने दोषी करार था। आज इस केस में सजा पर बहस हुई और कोर्ट ने इस केस पर अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने केस के सभी सातों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है।

आपको बताते चलें कि रोहतक के चिन्योट कॉलोनी की एक नेपाली युवती एक फरवरी 2015 को अपने घर से गायब हो गयी थी। चार दिन बाद उस युवती का नग्न अवस्था में उसका शव वहूअकबरपुर गांव के खेतों में मिला था। मूल रूप से वह नेपाल की रहने वाली थी। वह मानसिक रूप से विकलांग थी।

पीजीआई रोहतक में पोस्टमार्टम के दौरान खुलासा हुआ कि युवती से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। मामले की जांच लिए एक एसआइटी का गठन हुआ था। उसके बाद पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जबकि एक आरोपी ने दिल्ली में आत्महत्या कर ली थी। आरोपियों में एक नाबालिग नेपाली युवक भी शामिल था। जिसका मामला किशोर न्यायालय में चल रहा है। 9 सितम्बर2015 को रोहतक कोर्ट में सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम किये गए थे।

अक्तूबर माह में गवाही के लिए 9 दिन निर्धारित किए गए थे। इस दौरान कुल 57 लोगों की गवाही हुई जबकि आरोपी पक्ष की ओर से भी तीन गवाह पेश किए गए था। दिल्ली के निर्भया कांड के बाद रोहतक का ये ऐसा मामला जिस र सभी की निगाहे दिखी हैं कि आखिरकार कोर्ट इन आरोपियों पर अपना क्या फैसला सुनाएगी।

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