नई दिल्ली : देशद्रोह के मामले में तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए उमर खालिद और अनिर्बान शुक्रवार की रात करीब पौने 11 बजे जेएनयू कैंपस पहुंचे। यहाँ पहुँचते ही उन्होंने छात्रों को सम्बोधित किया और सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।
उमर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जनता विरोधी, किसान विरोधी सरकार है, दलित विरोधी, मजदूर विरोधी सरकार हैं। अगर आप आवाज उठाएंगे तो वह जेल में डाल देगी और अगर आप मुसलमान हैं, तो वैसे ही जेल में डाल देगी। उन्होंने कहा कि क्रिमिनल वो है जो पॉवर में है। जेल में तो मजबूर लोग हैं। उमर ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हम पर देशद्रोह का मुकदमा लगा, क्योंकि देश के लिए लड़ने वालों के खिलाफ भी यही धारा लगी थी। हमारा विद्रोह जारी रहेगा।
उमर ने कहा, ‘‘इस विशेष मामले में जेल जाने का हमें कोई पछतावा नहीं है। हमें वास्तव में इस बात को लेकर गर्व है कि हमें राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया, एक कानून जिसके तहत अरुंधति रॉय और बिनायक सेन जैसे लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।’
खालिद ने अपने भाषण मे पीएम मोदी और शिवसेना के प्रमुख बाला साहब ठाकरे पर भी निशाना साधा। उसने आरएसएस के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली। कहा कि संघ की बर्बादी तक जंग रहेगी जंग। यहां जंग का मतलब उसने संघर्ष बताया। इस दौरान यह भी कहा कि कस्टडी के दौरान पुलिस ने कोई बुरा बर्ताव नहीं किया। हमें जेल में मारा नहीं गया बस, लेकिन गालियां और धमकियां दी गईं।
आपको बता दें की कोर्ट के सख्त निर्देश है की उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य दोनों मेसे कोई भी दिल्ली के बहार नहीं जायेगा। दोनों की रिहाई के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में दोनों को 25-25 हजार के मुचलके पर जमानत दी गयी है। अगर दोनों मेसे किसी को भी बहार जाना है तो उन्हें देश से कही भी जाने से पहले कोर्ट से अनुमति लेनी होगी।