RTI एक्टिविस्ट दानिश पर फिर आज़म के आदेश पर मुक़दमा कायम

Update: 2016-03-20 13:32 GMT


नई दिल्ली
समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता व अखिलेश यादव सरकार के तुनकमिजाज मंत्री आजम खां से एक आरटीआई एक्टिविस्ट बेहद परेशान है। रामपुर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खां ने आजम खां की प्रताडऩा से त्रस्त होकर भारत छोडऩे का मन बना लिया है।

रामपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां पर बेहद गंभीर आरोप लगाये हैं। दानिश खान ने आजम खान की प्रताडऩा से तंग आकर यूनाइटेड नेशन को पत्र लिखकर किसी अन्य देश में शरण की गुहार लगाई है। फिलहाल इस मामले को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है।

रामपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र के दानिश खान समाजसेवी के साथ ही आरटीआई एक्टिविस्ट हैं। दानिश खान निलंबित आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर से भी जुड़े हुए हैं। चंद रोज पहले वाल्मीकि बस्ती को उजाडऩे के विरोध में जब अमिताभ ठाकुर और नूतन रामपुर में थे, तो दानिश खान भी उनके साथ बस्ती में गये थे। दानिश ने आरोप लगाया है कि अमिताभ और नूतन के साथ काम करने की वजह से उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है।और फिर रामपुर थाना कोतवाली मैं 153ए का झूठा मुक़दमा आईपीएस अमिताभ ठाकुर व नूतन ठाकुर एवं सामाजिक कार्यकर्ता दानिश खान के ऊपर 13/3/2016 को कायम कर दिया गया इसी बात के डर से दानिश खान ऐसा करने को आमादा हैं।


अपने पत्र में दानिश ने लिखा है कि भारत में शोषण और न्याय न मिल पाने की वजह से वे किसी अन्य देश में भारत की नागरिकता समाप्त करके शरण लेना चाहते हैं। दानिश ने आजम खां पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें झूठे केस में जेल भिजवाया गया। इतना ही नहीं उन्हें दस महीने तक जमानत भी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि उनके जेल जाने के सदमे में उनकी मां और बहन की मौत हो गई। इसके बावजूद उन्हें मां और बहन की मिट्टी में शामिल होने के लिए पैरोल भी नहीं दिया गया। दानिश ने कहा यह सब कुछ आजम खां के इशारे पर किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने गरीबों की लड़ाई लड़ी और उनकी आवाज बुलंद की।

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