पूर्व मंत्री अवधपाल यादव बसपा से निष्कासित, मुकद्दमों में भी मिली कोर्ट से जमानत
लखनऊः बसपा शासन में दबदवा कायम रखने वाले मंत्री रहे अवधपाल यादव का सितारा आखिर डूब गया। पहले भ्रष्टाचार में फंसे। फिर आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए। और अब बसपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोपों में यह कार्रवाई की गई है।
अवध पाल यादव बहुजन समाज पार्टी की सरकार में पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री रहे थे। बसपा कार्यकाल के दौरान ही वे भ्रष्टाचार के मामले में फंसे थे और निलंबित कर दिए गए। यादव को अपने सभी मुकद्दमों में हाईकोर्ट से जमानत आज ही मिली है। उम्मीद है कि आने बाले सप्ताह में जेल से बाहर होंगे। यादव के बाहर होते ही जिले की राजनीती में एक बड़ा बदलाब आएगा।
इसके बाद सपा सरकार आने पर उनके विरुद्ध कई अन्य मामले दर्ज किए गए। भ्रष्टाचार, हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर आदि मामलों में पूर्व मंत्री ने आठ महीने पहले जून माह में समर्पण किया था। जमानत न मिलने के कारण वे तबसे एटा जिला कारागार में निरुद्ध हैं। इस बीच उन पर पार्टी निष्कासन की भी गाज गिरी है। अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का दोषी बताते हुए उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया है।
जिला स्तर पर पदाधिकारी कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं। जिलाध्यक्ष बलवीर भास्कर ने बताया कि बसपा अध्यक्ष के निर्देश और आगरा, अलीगढ़ मंडल के जोन कोर्डिनेटर की सहमति से अवधपाल को पार्टी से निष्कासित किया है।