कौन है वो भारतीय जिनको मिला है गूगल की पैरेंट कंपनी एल्फाबेट के CEO का पद

Update: 2019-12-04 05:29 GMT

नई दिल्ली। दुनिया की टेक कंपनी गूगल (Google) के मुख्य अधिकारी सुंदर पिचाई का प्रमोशन हो गया है। गूगल ने सुंदर पिचाई को पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का सीईओ नियुक्त किया है, क्योंकि कंपनी के सह संस्थापक सर्गी ब्रिन ने किसी कारणवश इस पद को छोड़ दिया था। हालांकि, नए बदलावों के बाद सर्गेई ब्रिन और दूसरे सह संस्थापक लैरी पेज कंपनी के शेयरधारक और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बने रहेंगे। 

दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी का हेड अब एक भारतीय मूल का नागरिक है, जो एक बड़ी उपलब्धि है. बता दें कि गूगल की शुरुआत 1997 में हुई थी, जिसके बाद से इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी की दुनिया में बदलाव हो गया। हालांकि, जैसे-जैसे गूगल बड़ा और उसने अन्य क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाई तो 2015 में एल्फाबेट को बनाया गया जिसका मकसद गूगल से जुड़े अन्य सभी प्रोजेक्ट की अगुवाई करना था. इसके साथ ही कंपनी के सभी प्रोजेक्ट में पारदर्शिता को समान रूप से लागू करवाना था।

खास बात ये भी है कि गूगल के फाउंडर्स के द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए लिखी गई ये पहली चिट्ठी है. 2004 के बाद से पहली बार फाउंडर्स ने अपनी बात चिट्ठी के जरिए इस तरह दुनिया के सामने रखी। बता दें कि गूगल की शुरुआत पहले सर्च इंजन के तौर पर हुई थी, लेकिन जब ये सफल हुआ तो 2004 के बाद इसने पैर पसारने शुरू कर दिए. पहले सर्च इंजन, फिर गूगल मैप, गूगल फोटो, यूट्यूब, गूगल डिवाइस, गूगल क्लाउड आदि सह-कंपनियां शामिल रहीं, ये सभी कंपनियां एल्फाबेट की अगुवाई में ही चल रही थीं.

कौन है सुंदर पिचाई

सुंदर पिचाई का पूरा नाम सुंदरराजन पिचाई है। पिचाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में 12 जुलाई 1972 को हुआ था। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एम एस करने के बाद अमेरिका की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी। सुंदर पिचाई को सन 2015 में गूगल का सीईओ बनाया गया था। 


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