बाराबंकी में जब पंडितजी पर चला यूपी पुलिस का हंटर, सामने आई खौफनाक तस्वीर

बाराबंकी के एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी का कहना है कि गुरुवार को एक सूचना मिली थी मसौली थाना इलाके के बाँसा गाँव में एक मजार पर काफी भीड़ जमा है.

Update: 2020-08-22 03:41 GMT

बाराबंकी. राजधानी लखनऊ से सटे बारांबकी जिले में यूपी पुलिस की खौफनाक तस्वीर सामने आई है. जहां भागवत कथा कराने वाले पुरोहित पर पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी. वहीं पुलिस की बेरहमी का सबूत देती कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. जिसमें पूरे शरीर पर चोट के गहरे निशान नजर आ रहे हैं. ये तस्वीरें साफ बता रही हैं कि किस कदर पुलिस ने उन लोगों की पिटाई की है.

पूरा मामला मसौली थाना की पुलिस से जुड़ा है. जहां बांसा से आ रहे सर्वेश कुमार मिश्रा नान के पुरोहित अपने कुछ साथियों के साथ बाराबंकी की तरफ आ रहे थे. तभी रास्ते में पुलिस वालों ने चेकिंग प्वाइंट बनाकर रास्ता ब्लॉक कर रखा था. पुरोहित का आरोप है कि इसी दौरन जब वे लोग वहां पहुंचे तो उन्होंने रास्ता बंद देखकर गाड़ी रोक दी. पुलिस वालों ने उन्हें वापस जाने को कहा तो वे लोग गाड़ी मोड़कर वापस जाने लगे.

तभी पुलिस वालों ने पीछे से आकर उन्हें और उनके साथियों को बड़ी बेरहमी से मारने पीटने लगे. इसपर जब उन्होंने अपनी गलती पूछी तो वे लोग उनपर मुकदमा करने की धमकी देने लगे. वहीं पुलिस की बेरहमी का सबूत देती कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. जिसमें पूरे शरीर पर चोट के गहरे निशान नजर आ रहे हैं. पुरोहित सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि वे लोग जब वहां से वापस जाने लगे तो पीछे से पुलिस वाले आए और बिना गलती से उन्हें मारने-पीटने लगे.

इसपर जब उन्होंने पूछा कि आखिर क्यों उन लोगों को मार रहे हो, तो पुलिस वाले धमकी देने लगे कि अभी थाने ले चलकर तुमहारे ऊपर मुकदमा करूंगा. पुरोहित सर्वेश मे बताया कि पुलिस की पिटाई से उन्हें और उनके साथियों को कई गंभीर चोटें आई हैं. इसलिए वह अपने लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ेंगे, क्योंकि उन्हें बिना गलती की सजा दी गई है.

बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी का कहना है कि गुरुवार को एक सूचना मिली थी मसौली थाना इलाके के बाँसा गाँव में एक मजार पर काफी भीड़ जमा है. इस सूचना पर पुलिस टीम वहां गयी थी और सबको समझा कर वापस किया उसी समय चार लोग जिनका वहां से कोई मतलब भी नहीं था. उन्होंने प्रतिरोध किया जिसके कारण पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. एसपी के मुताबिक उनको थाने भी नहीं लाया गया और अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी ने इसकी विस्तृत जांच की है. उन्होंने बताया कि जांच आख्या आते ही कार्रवाई की जाएगी. एक आरक्षी की भूमिका बतायी जा रही है उसकी भी जांच करवाई जा रही है. अगर उसका दोष सामने आता है तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.

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