जब डीएम हरदोई ने लिखा, आज गवर्नर, दो MLA, दो बड़े अधिकारीयों से मुलाकात, पर ख़ास भानू की मुलाकात नहीं भूलूंगा कभी!
जिलाधिकारी ने रिक्शा चालक के बेटे भानु की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने को ठाना, जिलाधिकारी के इस उच्चतम कार्य के लिए उन्हें हृदय से कोटि कोटि बधाइयां।;
माननीय गवर्नर महोदय के कार्यक्रम से थका जब मैं लौटा,तो एक प्रधान जी ने 2 मिनट के समय की मांग की,किसी से मिलवाना चाहते थे वो,व्यस्तता के कारण उन्हें शाम को आने को कहा। जिद्दी प्रधान जी आ भी पहुँचे शाम को,कुछ झुंझलाहट से उसे दिन भर की थकान के बाद भी बुलाया।क्या पता था कि वो मेरे कार्यकाल की अब तक की सबसे मीठी मुलाक़ात करायेंगे.
6 साल का वो बच्चा,कुछ डरा,कुछ सहमा,अपने पिता की उंगली थामे,प्रधान जी के साथ ऑफिस में मेरे पहुंचा। जब उसके पिताजी रिक्शा चलाने जाते हैं तो वो सरकारी प्राथमिक पाठशाला में शिक्षा के पहिये बढ़ाता है। 6 साल की जादू की पुड़िया ने फिर दिखाया ऐसा धमाल,दंग था मैं देखकर पहाड़ों(Tables) का अद्भुत कमाल। मैं पूछता गया,वो सुनाता गया। देखते-देखते उसने सुनाकर लिख डाले 13,17,23,27,33,37 के पहाड़े,बिना रुके,बिना सोचे।