हरदोई शहर के प्रमुख चौराहे पर पुलिस की गुंडई देखने को मिली जहां पर दो युवकों को सरेराह पुलिस ने जमकर पीटा बताया जा रहा है की दोनों ही आरोपी चोर थे जिनको पुलिस ने दौड़ा कर पकड़ा और फिर शहर के सबसे रिहायशी चौराहे पर जम कर दुहथ्था बेंत चला कर इनकी पिटाई भी क्षेत्राधिकारी व अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा की गयी जो की शर्मसार था। सरेआम मानवाधिकार का उलंघन कर कानून की धज्जियां उड़ाते नज़र आये शहर के सीओ सिटी और उनके साथी जब पुलिस ही तोड़ेगी कानून तो आम जन मानस क्या करेगा कानून का पालन।
तस्वीरों में देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरदोई की पुलिस किस तरह बेलगाम हो चुकी है तस्वीरों में नजर आ रहे ये पुलिसकर्मी दरअसल पुलिस विभाग के अधिकारी यानी सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह राठौर है और जिन पर पुलिस अपना कहर बरपा रही है उन पर आरोप है कि इन्होंने चोरी की थी जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इन आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया लेकिन पुलिस की बर्बरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद सीओ सिटी ने चोरों को शहर के प्रमुख चौराहे पर सरे राह बेरहमी से पीटा और बाद में उन को जेल भेज दिया गया घटना के बाद अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि यूपी की पुलिस किस तरह बेलगाम हो चुकी है जब पुलिस विभाग के आला अधिकारी सरे राह इन आरोपियों पर डंडे चलाएंगे और कानून की खुले आम धज्जियाँ उड़ाएंगे तो निचले तबके का कर्मचारी आम आदमी से कैसा सलूक करता होगा या कैसे कानून का पालन कराया जायेगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
हालाँकि इस बाबत जब पुलिस अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्रा से बात की गयी तो वो पूरे मामले का गोल मोल जवाब देते नज़र आये और उन्होंने आरोपियों को पुराना शातिर बताया और पूरे प्रकरण पर पर्दा डालते नज़र आये। लेकिन सवाल ये की कानून की बात करने वाले एसपी, जब खुद अपने ही विभाग के कर्मचारियों पर लगाम नहीं लगा पा रहे है तो आम आदमी से कानून का पालन कैसे कराएँगे, ये हिटलर शाही भरा रवैया जरूर सामने आगया है, योगी सरकार के सपनो को किस तरह साकार किया जायेगा ये आने वाला वक़्त ही बताएगा।
ओम त्रिवेदी