हरदोई: पुलिस मुठभेड़ में अखिलेश यादव मारा गया

Update: 2019-10-21 02:21 GMT

हरदोई: पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें पुलिस फायरिंग में एक बदमाश ढेर होने की जानकारी मिली है. इस मुठभेड़ में बदायूं का रहने वाला आरोपी अखिलेश यादव मारा गया है. पुलिस के मुताबिक कॉन्ट्रैक्ट किलर के रूप में काम कर रहा था.

हरदोई में सुरसा थाना इलाके में कांट्रेक्ट किलर व पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने किलर अखिलेश को मार गिराया है, जबकि एक दरोगा गोली लगने से घायल हो गया है. घायल दरोगा का अस्पताल में इलाज चल रहा है.

पुलिस के अनुसार ब्लॉक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या के बाद अखिलेश संजय मिश्रा के भाई धनंजय मिश्रा पर रंगदारी का दबाव बना रहा था, जिसकी शिकायत धनंजय मिश्रा ने एसपी आलोक प्रियदर्शी से की थी, जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ने का प्लान बनाया, अखिलेश आज धनंजय मिश्रा से रंगदारी के पैसे वसूलने आ रहा था जिसकी सूचना धनंजय ने पुलिस को दी थी जिसके बाद पुलिस पूरी तरह से अलर्ट थी.

वहीं पुलिस चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध भागता दिखा तो पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, पुलिस के रोकने पर वह फायर करता हुआ भागने लगा, बदमाश की गोली से एक सब इंस्पेक्टर राहुल सिसोदिया घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस की तरफ से जवाबी फायरिंग शुरू की गई.

बदमाशों और पुलिस के बीच चलीं गोलियां

पुलिस और बदमाशों के बीच हो रही फायरिंग में पुलिस की 2 गोलियां कांट्रेक्ट किलर के माथे और छाती में जा घुसी, जिससे वह बुरी तरह जख्मी होकर गिर पड़ा. पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अखिलेश बदायूं के खंडौना गांव का निवासी था. उसके ऊपर हत्या और डकैती के 10 मुकदमे दर्ज हैं, अभी हाल ही में वह ब्लॉक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या के मामले में जेल से जमानत पर छूटकर आया था.

संजय मिश्रा की हत्या का है आरोप

एसपी आलोक प्रियदर्शी के अनुसार 2016 में सुरसा ब्लॉक प्रमुख संजय मिश्रा की हत्या इसी ने की थी और मुकदमे के वादी व उनके भाई धनञ्जय मिश्रा को भी यह धमकी देकर रंगदारी मांग रहा था.


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