खाकी पर उठे सवाल, पीड़ित कुनबे को धमकाकर तीन दिन तक घटना को दबाती रही पुलिस
हरदोई- यूपी में महिलाओं की आबरू महफूज नही है। नारी सुरक्षा की बात करने वाली सरकार के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। रेप पीड़िताएं न्याय को भटक रही है, पुलिस उनकी पीड़ा सुनने को तैयार नही है, ऐसे में योगी सरकार फिर कटघरे में हैं।
हम बात कर रहे हैं हरदोई के माधौगंज थाना क्षेत्र में बीते दिनों एक नाबालिग किशोरी के साथ हुए रेप के मामले की। कई दिनों तक भटक रही रेप पीड़िता को पुलिस बरगलाती रही। काफी दबाव पड़ा तो पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया किन्तु पीड़िता का मेडिकल नही कराया, जिसके बाद नाराज हिंदू संगठनों ने थाना और स्थानीय सांसद का घेराव किया। हिंदू संगठनों का आरोप था की गैर समुदाय के युवक ने दूसरे समुदाय की किशोरी के साथ दुष्कर्म किया लेकिन पुलिस इस मामले को लेकर संजीदा नहीं है और उल्टा पीड़ित के परिजनों को ही धमका रही है। हिंदू संगठनों को शांत कराने के बाद सांसद अंजू बाला ने मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
हिंदू संगठन के लोगों का आरोप था की पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल नहीं कराया है और न ही पीड़ित परिवार के प्रति पुलिस संजीदगी दिखा रही है साथ ही दोषियों को दंड देने की बजाय पीड़ित परिवार को ही धमकाया जा रहा है। नाबालिक किशोरी से रेप जैसे संगीन मामलों में पुलिस की लापरवाही सवालों के घेरे में है। इससे साफ है कि महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाली सरकार के सभी तंत्र पूरी तरहं फेल हैं।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा का कहना है की दुष्कर्म पीड़िता का डॉक्टरी परीक्षण कराया जा रहा है और जो सांसद और हिंदू संगठन हैं उन्हें बताया गया है की एक्सरे होने की उपलब्धता यहां नहीं है इसलिए पड़ोसी जनपदों से एक्सरे कराकर कार्रवाई की जा रही है।