यूपी में एनकाउंटर का सौदा : SHO और हिस्ट्रीशीटर का ऑडियो वायरल!

एक हिस्ट्रीशीटर और पुलिस अधिकारी के बीच की बातचीत के ऑडियो से खाकी और गुंडों के बीच साठगांठ का पर्दाफाश हो गया है?

Update: 2018-04-15 06:33 GMT
झाँसी : उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए दनादन एनकाउंटर जारी है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए तेजी से वायरल हुए इस ऑडियो क्लिप ने यूपी में एनकाउंटर के नाम पर चल रहे खेल को बेनकाब कर दिया है. एक हिस्ट्रीशीटर और पुलिस अधिकारी के बीच की बातचीत के ऑडियो से खाकी और गुंडों के बीच साठगांठ का पर्दाफाश हो गया है.
'स्पेशल कवरेज न्यूज़' इस ऑडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता, लेकिन सोशल मीडिया में इस ऑडियो के वायरल होने के बाद झांसी पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
कुछ ही दिन पहले झांसी में लेखराज और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. करीब आधे घंटे की फायरिंग में लेखराज अपने साथियों और बेटों के साथ भागने में कामयाब रहा था. इस एनकाउंटर के बाद मऊरानीपुर थाना प्रभारी सुनीत कुमार और हिस्ट्रीशीटर लेखराज के बीच टेलीफोन पर यह बातचीत हुई.
वायरल हुए इस ऑडियो में झांसी के मऊरानीपुर थाने के प्रभारी सुनीत कुमार और इलाके में आतंक का पर्याय बन चुके पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज के बीच बातचीत है. वायरल हुए इस ऑडियो ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस द्वारा किए जा रहे एनकाउंटर के तरीके पर सवाल खड़ा कर दिया है.
इस बातचीत में साफ सुना जा सकता है कि पुलिस अधिकारी हिस्ट्रीशीटर से कह रहा है कि सरेंडर कर दो नहीं तो एनकाउंटर में मार दिए जाओगे. वहीं हिस्ट्रीशीटर पुलिस अधिकारी से मदद करने के लिए कह रहा है.
हिस्ट्रीशीटर लेखराज जब पुलिस अधिकारी से कहता है कि मदद करो तो पुलिस अधिकारी उसे BJP के जिलाध्यक्ष संजय दुबे और बबीना के BJP विधायक राजीव सिंह परीक्षा को मैनेज करने की सलाह देता है.
हिस्ट्रीशीटर ने बातचीत में जब बताया कि BSP और SP सब पार्टियां सेट हैं तो पुलिस अधिकारी ने कहा कि दौर बदल चुका है और उसके पीछे पूरी STF की टीम लगी हुई है. पुलिस अधिकारी ने तो लेखराज से सीधे-सीधे कह दिया कि 'अगला नंबर आपका'. पुलिस अधिकारी यह भी बताता है कि बदमाश की लोकेशन ट्रेस की जा रही है और अगर उसके साथ 20-50 आदमी नहीं हुए तो वह मार दिया जाएगा.
पुलिस अधिकारी हिस्ट्रीशीटर से कहता है कि उसके ऊपर 60 से अधिक मुकदमे हैं और वह एनकाउंटर के लिए सबसे फिट केस है और यूपी पुलिस के हत्थे चढ़े तो दो मिनट में सबको पट-पट मार दिया जाएगा.
इस बातचीत में यह बात बहुत खुलकर सामने आई है कि यूपी पुलिस बदमाशों को उनके मूल अधिकारों के मुताबिक ट्रायल का मौका दिए बगैर ही सीधे मौत के घाट उतार दे रही है, जिसे लेकर कई मानवाधिकार संगठनों ने भी आवाज उठाई है.


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