बिहार के बाद यूपी में भी बेटियों की इज्जत पर हमला, क्या छुपा रही है मोदी और योगी सरकार - मायावती

Update: 2018-08-06 08:48 GMT

लखनऊ: बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले देवरिया के नारी संरक्षण गृह में महिलाओं के साथ जबर्दस्ती देह व्यापार का घिनौना काण्ड पर पूर्व सीएम मायवती ने योगी और मोदी सरकार को जमकर लताड़ लगाईं।


मायावती ने कहा कि बिहार में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की तरह ही उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के नारी संरक्षण गृह में महिलाओं के साथ जबर्दस्ती देह व्यापार का घिनौना काण्ड यह साबित करता है कि बीजेपी की सरकारों में कितनी ज़्यादा अराजकता है व महिलाओं की कितनी ज़्यादा असुरक्षा व दुर्दशा है जो पूरे देश के लिये ही शर्म व अति-चिन्ता की बात है। सरकारी उदासीनता के कारण बिहार व देवरिया नारी संरक्षण गृह में भी जबर्दस्ती देह व्यापार कराने की लम्बे समय से चली आ रही घिनौनी घटना की तीव्र निन्दा  की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की जघन्य घटनाओं से यह साबित होता है कि बीजेपी शासित राज्यों में थोड़ा नहीं बल्कि पूरा जंगलराज है तथा कानून-व्यवस्था की तरह ही महिला सुरक्षा व सम्मान भी बीजेपी के लिये प्राथमिकता नहीं बल्कि इनके लिये चिन्ता का आखिरी विषय है। 


मुजफ्फरपुर शेल्टर होम व देवरिया नारी संरक्षण गृह में दुष्कर्म का धन्धा चलाने वालों के खिलाफ सख्त-से-सख्त कानूनी कार्रवाई की माँग करते हुये मायावती ने कहा कि सरकारी संरक्षण के बिना यह सब अन्याय-अत्याचार व घोर पाप संम्भव ही नहीं है। इसलिए सरकारी अधिकारियों आदि पर भी कार्रवाई काफी सख्त होनी चाहिये, ना कि लीपापोती जैसी कोई बात, जो कि गंभीर से गंभीर घटनाओं में भी बीजेपी सरकारों की आम आदत बन गई है।

मायावती ने कहा कि बीजेपी की सरकारों में ज्यादातर लोग अपने आपको कानून से ऊपर मानने लगे हैं, जिस कारण आमजनता चैन से जी नहीं पा रही है। समाज का हर तबका दुःखी व पीड़ित है। दलितों, पिछड़ों, ईसाई, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अपरकास्ट समाज के गरीबों के बाद अब महिलायें भी शोषण व आतंक का शिकार हो रही हैं जबकि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अन्य गम्भीर समस्याओं के साथ-साथ महिला सुरक्षा के मामले में भी काफी उदासीन नजर आ रहा है, जो देश के लिये बड़ी चिन्ता की बात है और जिसके सही उपायों के लिये देश की आमजनता को कमर कसना जरुरी है।

उन्होंने कहा कि पहले बिहार व अब उत्तर प्रदेश में भी इस प्रकार के जघन्य महिला अपराधों के मामलों में भी साफ व सही नीयत तथा दृढ़ इच्छाशक्ति से काम नहीे करने एवं केवल सरकारी लीपापोती की प्रथा अपनाने की तीव्र भत्र्सना करते हुये उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकारों को बी.एस.पी. शासन का वह ज़माना भी ज़रूर याद कर लेना चाहिये जब इलाहाबाद के सुदूर गाँव में एक महिला को नंगा घुमाने पर सीधे ज़िले के सबसे बड़े अधिकारी एस.एस.पी. को ही निलम्बित कर दिया गया था। कानून-व्यव्स्था के साथ-साथ ख़ासकर महिलाओं की सुरक्षा के मामले में जब तक सख़्त कानूनी कार्रवाई नहीं की जायेगी ऐसी घटनायें रूकने वाली नहीं है।

वैसे तो उत्तर प्रदेश सरकार को बिहार की दुःखद घटना से सबक सीख कर फौरन ही एलर्ट हो जाना चाहीये था, लेकिन सरकार सोती रही और महिलाओं का बड़ा समूह सरकारी व्यवस्थाओं का शिकार बनती रहीं। यह सब अत्यन्त ही दुःखद है। 

Similar News