BSP ने 9 माह में लोकसभा में चौथी बार बदला अपना नेता, रितेश पांडेय को दी जिम्मेदारी
मायावती ने अंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडेय को लोकसभा में संसदीय दल का नेता बनाया है.
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सामाजिक सामंजस्य बनाने के लिए लोकसभा में नेता बदल दिया है. उन्होंने अंबेडकर नगर से सांसद रितेश पांडेय को संसदीय दल का नेता बनाया है. मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी के अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता एक ही समुदाय का होने से यह परिवर्तन किया गया है.
चौथी बार बसपा ने अपना नेता सदन बदला है
इससे पहले, अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली और जौनपुर के सांसद श्याम सिंह यादव को नेता सदन बनाया गया था. विगत आठ माह में चौथी बार बसपा ने अपना नेता सदन बदला है.
1. बी.एस.पी. में सामाजिक सामंजस्य बनाने को मद्देनज़र रखते हुये लोकसभा में पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश के स्टेट अध्यक्ष भी, एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) January 13, 2020
3. साथ ही, यहाँ उत्तर प्रदेश विधानसभा में बी.एस.पी. के नेता श्री लालजी वर्मा, पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बी.एस.पी. के नेता श्री दिनेश चन्द्रा, दलित वर्ग से बने रहेंगे अर्थात् यहाँ कुछ भी परिवर्तन नहीं किया गया है। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) January 13, 2020
मलूक नागर होंगे लोकसभा में उपनेता
वहीं, लोकसभा में उपनेता मलूक नागर होंगे. मुनकाद अली बसपा प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे. लालजी वर्मा विधानसभा में और विधानपरिषद मे दिनेश चंद्रा पार्टी के नेता सदन बने रहेंगे.
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर चर्चा के लिए कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में बसपा ने शामिल नहीं होने का ऐलान किया. मायावती ने ट्वीट किया, "जैसा कि विदित है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार को बसपा का बाहर से समर्थन दिए जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहां बसपा विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है, जो यह पूर्णत: विश्वासघात है." उन्होंने कहा, "ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बसपा का शामिल होना, यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा. इसलिए बसपा इस बैठक में शामिल नहीं होगी."