मुझे ब्राह्मण और महिला होने के कारण सपा में बार बार अपमानित किया गया - पंखुड़ी पाठक

Update: 2018-08-27 14:16 GMT

सपा की महिला नेता पंखुड़ी पाठक ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी से अपने सम्बंध ख़त्म कर रही हूँ। पिछले कुछ समय से पार्टी में चल रही राजनीति में मेरा दम घुटने लगा है। जाति और लिंग को आधार बना कर जिस तरह पार्टी के ही लोगों द्वारा पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं पर हमला किया जाता है और नेतृत्व की जानकारी के बावजूद कारवाई नहीं की जाती यह दर्शाता है कि पार्टी अपनी विचारधारा से भटक चुकी है।


पंखुड़ी ने कहा कि आंतरिक लोकतंत्र की कमी और बढ़ती चाटुकारिता के माहौल में मेहनती व निष्ठावान कार्यकर्ताओं और नेताओं की लगातार उपेक्षा की जाती है जिससे उनका मनोबल टूटने लगा है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को अपने जीवन के 8 वर्ष देने के बाद अब मैं महसूस कर रही हूँ कि नेतृत्व में मेरा वह विश्वास नहीं रहा जो कुछ वर्ष पूर्व था। ऐसे में पार्टी में बने रहने की मैं कोई वजह नहीं देखती।


उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश यादव को अपना नेता ही नहीं, आदर्श और बड़ा भाई भी माना है लेकिन मैं इस बात से आहत हूँ कि मुझपर जातिगत हमला करने वालों की जगह हमेशा मुझ पर कारवाई हुई। एक महिला होने के बावजूद भी मेरे साथ हो रहे टार्गेटेड हरस्मेंट को नज़रअन्दाज़ किया गया।


पंखुड़ी ने कहा कि एक बात जो मुझे समझ आई वह यह कि इस नयी समाजवादी पार्टी में आपकी अहमियत तभी है जब आप या तो चापलूस हैं या किसी राजनैतिक परिवार या राजघराने से हैं। अपनी मेहनत से आगे बढ़ने वाले कार्यकर्ताओं का कोई स्थान नहीं है। जो चापलूसी नहीं करेगा उसे किनारा कर दिया जाएगा। इस पार्टी में बने रहने के लिए अपने स्वाभिमान से लगातार समझौता करना पड़ेगा जो अब स्वीकार नहीं है। 

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