बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने उत्तर प्रदेश में बसपा और सपा गठबंधन के बनने के बाद तय की गई अपने कोटे की लोकसभा की 11 सीटों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है।
सूचि जारी करने से पहले बसपा सुप्रीमों मायावती ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि राफेल सौदे की गोपनीय फाइल यदि चोरी हो गई तो गम नहीं, किन्तु देश में रोजगार की घटती दर व बढ़ती बेरोजगारी एवं गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा, किसानों की बदहाली आदि के सरकारी आंकड़े पब्लिक नहीं होनी चाहिये। वोट/इमेज की खातिर उन्हें छिपाये रखना है। क्या देश को ऐसा ही चौकीदार चाहिए?
उन्होंने कहा कि बीजेपी के मंत्री व नेतागण पीएम श्री मोदी की देखादेखी 'चौकीदार' बन गये हैं। पर यूपी के सीएम जैसे लोग बड़ी दुविधा में हैं क्या करें? जनसेवक/योगी रहें या अपने को चौकीदार घोषित करें। बीजेपी वाले चाहे जो फैशन करें बस संविधान/कानून के रखवाले बनकर काम करें, जनता बस यही चाहती है।
इनमें सहारनपुर से हाजी फजलुर्रहमान, बिजनौर से मलूक नागर, नगीना से गिरीश चंद्र, अमरोहा से कुंवर दानिश अली, मेरठ से हाजी मोहम्मद याकूब, गौतमबुद्धनगर से सतबीर नागर, बुलंदशहर से योगेश वर्मा, अलीगढ़ से अजीत बालियान, आगरा से मनोज कुमार सोनी, फतेहपुर सीकरी से राजवीर सिंह व आंवला से श्रीमती रूचि वीरा को प्रत्याशी बनाया है।