उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में ये नाम चल रहे हैं सबसे आगे

Update: 2019-09-04 08:53 GMT

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस तेज हो गई है. मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) दिल्ली में पार्टी नेताओं के साथ कई बैठकें कर चुकी हैं. कहा जा रहा है कि अध्यक्ष से लेकर पार्टी संगठन के कई अहम पदों पर नई टीम की तैनाती कर सकती हैं. ये नई टीम 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है. इसमें सबसे अहम यूपीसीसी अध्यक्ष का है, जिसके लिए कुछ प्रमुख नेताओं के नाम सामने आए हैं.

यूपी में प्रियंका गांधी के पूर्वी यूपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पश्चिमी यूपी के प्रभारी बनाने के ऐलान के दौरान तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि ये जिम्मेदारी हम जरूर दे रहे हैं लेकिन हमारा लक्ष्य 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव है. राहुल ने प्रियंका और ज्योतिरादित्य को यूपी चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयारी करने की बात कही थी. इसके बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हारी और ज्योतिरादित्य मध्य प्रदेश तक सीमित हो गए. वहीं प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की रणनीति पर काम करना शुरू किया. सोनभद्र नरसंहार के बाद जिस तरह से प्रियंका गांधी ने धरना प्रदर्शन और पीड़ितों से मिलने के लिए सरकार से टक्कर ली, उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिली.

प्रियंका जिला स्तर तक ले रहीं फीडबैक

अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस बड़े फेरबदल के दौर से गुजर रही है. प्रियंका गांधी लगातार प्रदेश के आला नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं, माना जा रहा है कि यूपी कांग्रेस की नई टीम का ऐलान जल्द ही हो जाएगा. पता चला है कि प्रियंका की मैराथन बैठकों के दौर में न सिर्फ यूपी के वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की, वहीं लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों ने भी हिस्सा लिया. इसके अलावा उनकी जिलास्तरीय नेताओं से भी बैठक हुई, जिन्होंने क्षेत्रीय गणित का फीडबैक दिया. यूपी कांग्रेस से जुड़े एक वरिष्ठ नेता के अनुसार जल्द ही बड़ा ऐलान होगा.

सबसे ज्यादा चर्चा- कौन बनेगा यूपी अध्यक्ष?

उधर इस संगठन में फेरबदल की खबरों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद को लेकर है. इनमें कुछ नाम कांग्रेस विधायक अजय कुमार लल्लू, जितिन प्रसाद, विनोद चौधरी के नाम प्रमुख हैं. बता दें अजय कुमार लल्लू उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के विधानमंडल दल के नेता हैं. सोनभद्र नरसंहार के बाद प्रियंका गांधी के दौरे के पीछे इनकी बड़ी भूमिका मानी जाती है. वहीं जितिन प्रसाद का नाम पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी में चल चुका है. पार्टी का वह ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं.

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