बुआ भतीजे की रणनीत कैराना इस तरह करेंगे फतह, बीजेपी में बढ़ी बैचेनी!

समाजवादी पार्टी और बसपा ने मिलकर कैराना को जीतने का बनाया यह नया प्लान

Update: 2018-05-04 11:07 GMT

उत्तर प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा को मात देने के लिए विपक्ष ने एकजुट होकर रणनीति तय कर ली है । कैराना लोकसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी विपक्ष के उम्मीदवार बनने के लिए अखिलेश मिलने लखनऊ पहुंचे।


समाजवादी पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में रालोद युवराज जयंत चौधरी को उम्मीदवार बनाने के लिए फिलहाल मंजूरी नहीं दी है। जयंत चौधरी अखिलेश यादव से मिलकर वापस आ गये है। दोनों नेताओं में बातचीत लगभग फाइनल हो चुकी है। विपक्ष एक बार फिर गोरखपुर और फूलपुर की तरह कैराना लोकसभा को भी जीतकर एक संदेश देना चाहता है। 

 

राष्ट्रीय लोकदल ने उपचुनाव की अधिसूचना जारी होते ही कैराना पर चुनाव को तैयारी शुरू कर दी है। वहीं नूरपुर विधानसभा पर सपा ने रालोद को चुनाव लड़ने की बात की है। नूरपुर से सपा के उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेंगे। पूरा विपक्ष इस बार भी बीजेपी को हर हाल में मात देना चाहता है ताकि लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश में बीजेपी के लिए कोई पोजिटिव मेसेज न जाय। 

बता दें कि कैराना में जयंत की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस भी चुप नजर आ रही है, जबकि बसपा पहले से ही कह चुकी है कि हम उपचुनाव नहीं लड़ते है। अब बीजेपी के लिए कैराना में भी करो मरो की हालात उत्पन्न हो गये है।
 
 
 

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