इंस्पेक्टर परशुराम ने लगाया ADG जोन पर लगाया आरोप, पैसे लेकर मिलते है थाने

Update: 2018-07-17 03:18 GMT

यूपी पुलिस में ट्रांसफर और पोस्टिंग में लेनदेन का खेल चल रहा है जिसमें आला अफसर से लेकर थानेदार तक का नाम सामने आ रहे है। अब ताजा मामला बुलंदशहर जिले का है, जहां डिबाई थाने के इंचार्ज परशुराम ने एडीजी मेरठ ज़ोन और एसएसपी बुलंदशहर पर पैसे लेकर ट्रांसफर करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इसका मैसेज चैट भी वायरल हो रहा है। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।


क्या है चेट 



सोशल मीडिया पर वायरल थाना डिबाई के CUG नम्बर की चैट के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक @bulandshahrpol का आधिकारिक वक्तव्य"

 आपको बता दें कि जो मैसेज चैट वायरल हुआ है, उसमें बुलंदशहर के डिबाई थाने के इंस्पेक्टर परशुराम के सीयूजी नम्बर से किसी दूसरे व्यक्ति से चैट हुआ है, जिसमें इंस्पेक्टर ने पुलिस विभाग के किसी एडीजी पर पैसा लेकर जिला बदलवाने की बात कही है। मैसेज में साफ लिखा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में खूब पैसा चल रहा है। चैट में उसने अपना गौतमबुद्धनगर से बुलंदशहर तबादला प्रदेश के किसी एडीजी को 50,000 रुपये देकर करवाया है। चैट में बात हुई है, एडीजी सर के कैम्प ऑफिस में बाबू को एक लिफाफे में 50,000 रुपए और दूसरे में एप्लीकेशन पहुंचा दो, तबादला हो जाएगा।




 

वायरल चैट में एसएसपी बुलंदशहर कृष्ण बी सिंह पर भी ये आरोप है कि उनके जानकार को तीन लाख रुपये पहुंचाने के बाद ही एसएसपी सर ने उनको डिबाई का प्रभारी बनाया। इस चैट के वायरल होने के बाद यूपी पुलिस पर एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है कि क्या उत्तर प्रदेश पुलिस में बिना पैसों के थानेदारी नहीं मिलती? एक थानेदार द्वारा सरेआम प्रदेश के किसी एडीजी स्तर के अधिकारी पर आरोप लगाना कहीं न कहीं पुलिस व्यवस्था की पोल खोल रहा है।


साफ़ सुथरी और बेदाग छवि के अफसर माने जाते हैं प्रशांत कुमार

 एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार स्वच्छ और बेदाग छवि के अफसर माने जाते हैं। उनका इस तबादले से कोई लेना देना नही है। परशुराम का ट्रांसफर आईजी मेरठ राम कुमार ने किया है। यूपी में सर्वाधिक एनकाउंटर एडीजी प्रशांत कुमार के क्षेत्र मे ही हुए थे। यही वजह है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बदमाशों ने भय के डर से पलायन शुरू कर दिया था। प्रशांत कुमार की अगुवाई मे पुलिस ने यूपी से भयमुक्त माहौल की स्थापना में गति पकड़ी थी।

इंस्पेक्टर परशुराम में बारे में ये बात भी सामने आई है कि वह एक जिले में तबतक ही रहते हैं जबतक उनको थाना देने वाले एसएसपी उस जिले में रहते हैं। एसएसपी का ट्रांसफर होते ही वह भी जुगाड़ लगाकर अपनी पोस्टिंग अन्‍यत्र करवा लेते हैं।


इस घटना का संज्ञान लेते हुए एसएसपी बुलंदशहर केबी सिंह ने जाँच की बात कही है। सोशल मीडिया पर वायरल थाना डिबाई के CUG नम्बर की चैट के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर के द्वारा आधिकारिक वक्तव्य दिया गया।




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