ईद पर गले लगकर ईद मिलने वाली लडकी अलीशा का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में गले मिलकर ईद की बधाई देने वाली अलीशा मलिक नाम की लड़की ने अपनी इस हरकत पर माफ़ी मांगी है. मुस्लिम धर्मगुरुओं के ऐतराज जताने के बाद अलीशा मलिक ने लड़कों से गले मिलकर ईद मनाने पर सफ़ाई दी. इसके साथ ही उसने उन सभी लोगों से माफ़ी मांगी, जिन्होंने वायरल वीडियो पर आपत्ति जताते हुए उसके इस कदम को इस्लाम के ख़िलाफ़ बताया था.
अलीशा मालिक के मुताबिक, इस घटना के बाद उसका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. वीडियो वायरल हो जाने की वजह से उनके परिवार की मुश्किल बढ़ गई थी. हाल ही में अलीशा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो कतार में खड़े लड़कों से गले मिलकर ईद की बधाई दी थी. इस वीडियो के वायरल होने के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इसे इस्लाम के ख़िलाफ़ बताया था.
देवबंदी उलेमा ने भी इसे गैर-इस्लामी बताया था. देवबंद के उलेमा मौलाना अब्दुल लतीफ कासमी ने कहा था कि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता. उन्होंने कहा कि इस्लाम ही क्या, किसी भी मज़हब को मानने वाला व्यक्ति इसकी इजाजत नहीं देगा कि उसकी बहन-बेटी किसी दूसरे लड़के के गले लगे. वहीं मुरादाबाद के जिला इमाम ने इसे गैर शरई करार दिया था.
जबकि तमाम आरोपों से परेशान होकर अलीशा शुक्रवार को खुद सामने आई और अपने तरफ से सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि मेरा कोई गलत इरादा नहीं था. मेरा मकसद लोगों की रूढ़ीवादी सोच को बदलने का था, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो को काट-छांट कर पेश किया गया. अलीशा ने कहा कि मेरी कोई गलत धारणा नहीं थी. मैंने 100 लोगों को ईद की मुबारकबाद देने के लिए गले लगाया था. यह मैंने पब्लिसिटी के लिए बिल्कुल नहीं किया था. सोशल मीडिया पर अब भी वो वीडियो ख़ूब देखा जा रहा है.