डीएम की तैनाती के दौरान हुआ इश्क और कर ली फरियादी से शादी, पेश की मिशाल

सादगी से शादी कर एक मिशाल पेश की इस आईएएस अधिकारी ने

Update: 2017-11-27 10:09 GMT

लखनऊ: रायबरेली के डीएम संजय खत्री एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह किसी प्रशासनिक कामकाज की वजह से नहीं बल्कि अपनी शादी की वजह से चर्चा में है। उन्होंने बहुत ही सामान्य परिवार की लडक़ी को अपनी जीवन संगिनी बनाकर एक मिसाल पेश की है। दरअसल उनकी जीवन संगिनी उनके गाजीपुर डीएम रहने के दौरान अपनी फरियाद लेकर आयी थी। एक छोटी सी मुलाकात प्यार में बदल गई और बीते दिनों इन लोगों ने बहुत सादगी से शादी कर ली।  


कैसे हुई शुरुआत

संजय खत्री वर्तमान में रायबरेली के डीएम हैं। मार्च २०१६ में उन्होंने गाजीपुर के डीएम का पदभार ग्रहण किया था। गाजीपुर पोस्टिंग के दौरान ही एक दिन एक लडक़ी अपनी फरियाद लेकर उनसे मिलने आयी। अपनी समस्या को लेकर लडक़ी की कई बार डीएम से मुलाकात हुई। बातों का सिलसिला शुरु हुआ। बात बढ़ी तो दोनों के बीच प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर रहने का वादा किया और पिछले १९ नवंबर को हमेशा के लिए एक दूसरे के साथ सात फेरों में बंध गए। शादी बहुत ही सादगी से हुई। शादी के डीएम खत्री के कुछ खास मित्र ही शामिल हुए। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी सामान्य परिवार से हैं। 

संजय को लेकर मंत्री ओम प्रकाश ने किया था बवाल
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने पांच महीने पहले डीएम संजय खत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। राजभर ने ऐलान किया था कि डीएम को हटाया नहीं गया तो सरकार के खिलाफ इस्तीफा देकर धरने पर बैठ जाएंगे। राजभर ने सीएम योगी से भी मुलाकात की थी। राजभर ने बताया था कि १९ विकास कार्यों की मांग थी, जिसमें १७ को उन्होंने तत्काल मानते हुए आदेश जारी किया और दो के लिए कमेटी बना दी। इन्हीं मांगो को डीएम ने खारिज कर दिया था।




 


दरअसल मामला यह था कि प्रापर्टी को लेकर बड़ेसर गांव में विवाद हुआ था। जमीन पैमाइश के दौरान कानूनगो, लेखपाल और मंत्री ओम प्रकाश राजभर के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें डीएम ने कार्रवाई करते हुए मंत्री पक्ष के समर्थकों समेत जिलाध्यक्ष रामजी राजभर पर मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इसी मुकदमे को वापस लेने को लेकर बवाल शुरु हुआ था।

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