BHU: किराये पर मिलेगी हाईटेक साइकिल,आधे घण्टे का किराया 1₹,मोबाइल से खुलेगा लॉक

Update: 2018-03-27 12:52 GMT
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी।अभी तक आपको अपने शहर के अंदर कही भी जाना होता था तो आप फटाफट कार ,ऑटो आदि को किराये पर लेकर आराम से अपनी मंजिल तक पहुंच जाते थे लेकिन थोड़ा बहुत दूर जाने वालों को कई बार शहर की भीड़ देख कर लगता है कि उनके पास साइकिल होती तो वह आराम से तय जगह पर पहुंच जाते। लोगों को इसी जरूरत को देखते हुए आईआईटी (बीएचयू) और जूमकार कम्पनी करार कर साइकिल एक रुपए में आधे घंटे किराए पर देने की घोषणा की है। यह साइकिलें एक दम नई और शानदार भी होंगी।



जी हां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय), वाराणसी में जूमकार के साथ हुए करार के बाद किराये पर मिलने वाली साइकिल की व्यवस्था शुरू हो गई। शनिवार को संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव संगल ने इस व्यवस्था का मेन लाइब्रेरी तिराहे पर झंडा दिखाकर शुभारंभ किया।  



इस अवसर पर अधिष्ठाता (छात्र कार्य) प्रोफेसर बीएन राय ने बताया कि वर्तमान में जूमकार ने 35 साइकिल संस्थान में उपलब्ध करा दी है। अगले महीने लगभग 65 साइकिल और आ जाएगी। संस्थान के दस स्थानों पर दस-दस की संख्या में साइकिल उपलब्ध रहेगी। इसमें पांच स्थान हाॅस्टल के पास और पांच स्थान शैक्षणिक क्षेत्र में चयनीत हैं। अगर यह व्यवस्था सफल रही तो भविष्य में साइकिल की संख्या और बढ़ाई जाएगी। 

मोबाइल से बुकिंग,पेटीएम से पेमेंट
संस्थान के छात्र संसद के उपाध्यक्ष साईं तेजा रेड्डी ने बताया कि यह साइकिल पूरी तरह से जीपीएस तकनीकी पर आधारित है। प्ले स्टोर में जाकर मोबाइल एप जूमकार डाउनलोड करना होगा। एप में रजिस्ट्रेशन के पश्चात संस्थान में सभी साइकिल की लोकेशन मिलने लगेगी। पेटीएम से एक रुपये प्रति आधे घंटे के शुल्क जूमकार को भुगतान करने के बाद साइकिल पर उपलब्ध बारकोड मोबाइल से स्कैन करने पर साइकिल का ताला अपने आप खुल जाएगा। जिसे लेकर छात्र एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकेंगे।



उन्होंने बताया कि जूमकार ने अपने इंजीनियर्स को संस्थान में तैनात किया है जो साइकिल में आने वाली तकनीकी समस्या और इसकी सुरक्षा के प्रति जरूरी कदम उठाएंगे।  शुभारंभ के अवसर पर डिप्टी चीफ प्राॅक्टर प्रोफेसर प्रभाकर सिंह, प्रोफेसर असीम मुखर्जी आदि शिक्षक, कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे। 


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