BHU:ज्योतिष पाठ्यक्रम हुआ हाईटेक,स्‍मार्टफोन पर होगी ज्योतिष की पढ़ाई

Update: 2018-04-11 03:04 GMT
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। डिजिटल इंडिया की नई पहल के तहत ज्योतिष विभाग,बीएचयू के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शत्रुघ्न त्रिपाठी द्वारा ई- कान्टेन्ट ज्योतिष गणित स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम का विकास सरल संस्कृत भाषा में पाठ्यक्रम डिजाइन के साथ 16 पत्रों का निर्माण किया गया। एक पत्र में 35 पाठ हैं जिसमे 10 पाठ परिचय का है पाठों की कुल संख्या 570 है।1 पाठ में 4 भाग हैं- वीडियो एवं ऑडियो, लिखित (Text),प्रश्नोत्तर,संदर्भ ग्रंथ अब मोबाइल, टेबलेट,कंप्यूटर पर मुफ्त पढ़ सकेंगे---- 
सम्पूर्ण पाठ देश के सभी ज्योतिषशास्त्रीय विद्वानों द्वारा विकसित किया गया है। एवं सम्पूर्ण पाठ का निर्देशन डॉ शत्रुघ्न त्रिपाठी ने किया। जिससे किताबों को अलमारी में सहेज कर रखने की दिक्कत भी इसके माध्यम से दूर होगी। तेजी से डिजिटल होती दुनिया में जब सभी काम मोबाइल और इंटरनेट से हो रहे हो तो फिर बच्चे पुस्तकों से भरे बस्तों का बोझ क्यों उठाये। इसके माध्यम से विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम की पुस्तकें और अन्य पाठ्य सामग्री मोबाइल, टेबलेट,कंप्यूटर इत्यादि पर मुफ्त पढ़ सकेंगे।
विद्वानों ने अपने विचार रखे----- 
बीएचयू में हुई संगोष्ठी विषय "ज्योतिष में अभिनव प्रयोग" पर देश के प्रख्यात विषय- विशेषज्ञ विद्वान एवं पाठ लेखक भाग ग्रहण कर अपने - अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को दो सत्रों में विभाजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ अनयमणि त्रिपाठी के वैदिक मंगलाचरण से हुआ। प्रथम सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में महर्षि पाणिनी वैदिक संस्कृत विश्वविद्यालय,उज्जैन के कुलपति प्रो. रमेश चन्द्र पण्डा ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र प्राचीन काल से ही मानव के सर्वविध कल्याण में सदैव तत्पर रहा है, आधुनिक समय में ई कान्टेन्ट का इस्‍तेमाल मौजूदा पाठ्यक्रम को संवर्धित करता है। डॉ शत्रुघ्न त्रिपाठी जी का निर्देशन यह दिखाता है कि पाठन, और निर्देशों के लिए कंप्‍यूटर के इस्‍तेमाल के साथ पारंपरिक शैक्षणिक विधियों का इस्‍तेमाल पारंपरिक ज्ञान समेत पेशेवर दक्षता में वृद्धि करता है और कुछ विषयों में अधिक अंक लाने में मदद करता है जो पारंपरिक प्रणाली नहीं करवा पाती। विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली, वैज्ञानिक- सी श्री अभिषेक कुमार जी ने कहा कि 21वीं सदी में शिक्षार्थियों के अनुशासन, पेशे या करियर में आवश्यक डिजीटल साक्षरता कौशल की मौजूदगी को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कौशल एवं क्षमताओं को विकसित करना ही इस ई कान्टेन्ट का उद्देश्य है ।    
सारस्वत अतिथि प्रो रामचंद्र पाण्डेय जी ने कहा शास्त्र सर्वदा प्रासंगिक होता है। ज्योतिष का उद्देश्य लोगों का मार्गदर्शन करना और उनके जीवन का उद्देश्य बताना है। कार्यक्रम का संचालन पी.आई. डॉ शत्रुघ्न त्रिपाठी ने स्वागत भाषण ज्योतिष विभागाध्यक्ष प्रो रामजीवन मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो चन्द्रमौलि उपाध्याय ने किया।
द्वितीय सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आई. आई.टी. बी एच यू के प्रो. संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि ज्योतिष की उपयोगिता प्राणी के गर्भाधान के समय से प्रारम्भ हो जाती है, जब प्राणी गर्भमुक्त होता है अर्थात जन्म ले लेता है, वही क्षण उसके सम्पूर्ण जीवन के फलित का आधार बनता है. गर्भ में आने से जन्म ले लेने तक की अवधि तक वह जो समय व्यतीत करता है, उसके पीछे प्रकृति की सप्रयोजन क्रिया रहती है।
 अब तक कोई साक्ष्‍य नहीं हैं कि बेहतर वातावरण बेहतर अध्‍ययन और नतीजों को जन्‍म दे सकता है। अगर कुछ है, तो वह डाँ शत्रुघ्न त्रिपाठी के निर्देशन में तैयार ई कन्टेन्ट और गुणात्‍मक आंकड़े हैं जो छात्रों और अध्‍यापकों के सकारात्‍मक नजरिये को ध्‍यान में रखकर बनाए गए हैं जो कुल मिला कर सीखने की प्रक्रिया पर सकारात्‍मक असर को रेखांकित करते हैं।
राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान,जयपुर परिसर के प्रो वासुदेव शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में ई कन्टेन्ट की उपयोगिता पाठ्यक्रम के भीतर सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के उपयोग को अंतःस्थापित कर ज्ञान के आधार पर काम करने वाले लोगों के लिए आवश्यक कौशल को विकसित करने में शिक्षार्थी को समर्थ बनाता है। इसके अलावा राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान,लखनऊ के प्रो. मदनमोहन पाठक, प्रो. शिवाकान्त झा,प्रो.नागेन्द्र पाण्डेय, नागपुर कर प्रो. कृष्ण कुमार पाण्डेय आदि ने वर्तमान समय में ई कन्टेन्ट की उपयोगिता पर अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। अध्यक्षता संकाय प्रमुख प्रो चन्द्रमा पाण्डेय ने एवं सत्र का संचालन डॉ सुभाष पाण्डेय ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रो गिरिजा शंकर शास्त्री, प्रो. धनंजय पाण्डेय, डॉ शशिकांत द्विवेदी, डॉ मधुसूदन मिश्र, डॉ राहुल मिश्र , ज्योतिषाचार्य पं गणेश प्रसाद मिश्र,मणिकांत द्विवेदी, अग्निवेश, सुधीर आदि उपस्थित रहे।

Similar News