BHU कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा के नही है पूरे इंतजाम

घटनाएं घट रही है फिर भी चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह चाक चौबंद सुरक्षा इंतजाम करने के बजाय सुर्खियां बटोरने में लगी रहती है।;

Update: 2017-12-02 11:35 GMT
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। बीएचयू में छात्रा के साथ छेड़खानी,बवाल के बाद नई चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह ने परिसर में साइकिल चलाकर सुर्खियां बटोरने के साथ साथ सुरक्षा व्यवस्था का बड़ा-बड़ा दावा भले ही कर रही हो लेकिन अभी भी छेड़खानी,मारपीट,चोरी,छिनैती और रैगिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है।  
क्या है मामला....
बीएचयू परिसर में एक बार फिर छेड़खानी का मामला चर्चा में आया है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एम्पीथिएटर ग्राउंड पर शुक्रवार की सुबह महिला कोच छात्राओं को प्रशिक्षण दे रही थी इसी दौरान कुछ युवकों ने महिला कोच को टक्कर दे कर गिरा दिया। कोच ने उठकर जब इसका विरोध किया तो युवको ने उनके साथ अभद्रता की। 
कार्यवाही के बजाए हुआ रफादफा
नाम न छापने की शर्त पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह ने महिला कोच के सामने युवक से माफ़ी मंगवाकर मामले को को रफादफा कर दिया। फिलहाल इस पुरे मामले पर डरी सहमी पीड़ित कोच कुछ भी बोलने से बच रही हैं। 
महिला खिलाड़ियों को असुरक्षा का सामना करना पड़ता है
सुरक्षा को लेकर जब खिलाड़ियों से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि बीएचयू प्रशासन की अनदेखी के चलते एम्पीथिएटर ग्राउंड फिलहाल महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित नहीं माना जा सकता है।  
मैदान एक तरह से पूरी तरह असुरक्षित हैं। कारण है कि तीन साइड से गेट बराबर खुला रहता हैं। यहां कोई गार्ड भी नही है। जिस कारण खेल के बहाने बाहरी और असामाजिक युवकों का आना-जाना लगा रहता है यही नहीं बाहरी युवक खेल के प्रशिक्षण स्थान पर भी कब्जा जमाए रहते हैं मना करने पर हटते नहीं और कभी कभार अभद्र व्यवहार भी करते है। इस कारण खिलाडिय़ों को काफी असुविधा और असुरक्षा का सामना करना पड़ता है।
देखा जाए तो बीएचयू परिसर में शान्ति और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ही पुराने चीफ प्रॉक्टर को हटा कर नई महिला चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह की नियुक्ति की गई। बावजूद इसके छेड़खानी,मारपीट व अन्य आपराधिक घटना कम नहीं हो रही है। परिसर में लोगों का कहना है कि रायना सुरक्षा देने की बजाए सुर्खियां बटोरने में लगी रहती है।

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