BHU: बारिश के मौसम में हल्के बुखार को कम नहीं समझे, मोबाइल एप्प से जानें बचाव
"डेंगू को अनदेखा ना करें । यह रोग मच्छर के काटने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से प्रसारित होता है।;
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के उपलक्ष में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदर अस्पताल में मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ अनूप सिंह ने आज बहिरंग ओपीडी कक्ष क्रमाॅक 215 में एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें उन्होंने आम जनमानस को डेंगू के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में मेडिसिन विभाग की डॉ.मनस्वी चौबे अन्य जूनियर डॉक्टरों ने लोगों को डेंगू के बारे लोगो को अवगत कराया।
डॉ अनूप ने बताया कि डेंगू ,मच्छर के काटने से प्रसारित होने वाला सामान्य वायरस रोग है। यह रोग मच्छर के माध्यम से संचालित होता है जिसे एडिस इजिप्टस कहां जाता है। यह दो रूपों में होता है इसका एक रुक क्लासिकल डेंगू बुखार होता है जिससे हड्डी तोड़ बुखार के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें रोगी के जोड़ों में गंभीर दर्द होता है । इसका दूसरा रुप डेंगू हैमेरेजिक ज्वार होता है जो कि जानलेवा भी हो सकता है। यह बुखार ना केवल दर्दनाक होता है बल्कि जीवन के लिए घातक भी होता है । आमतौर पर किसके इसके परिणाम स्वरुप नाक,मसूड़ों,त्वचा या मूत्र से असामान्य रक्त का रिसाव होता है।
यह रोग पूरे विश्व में 100 से अधिक देशों में पाया जाता है। डेंगू भारत में विशेषकर बारिश के दिनों में होने वाला सामान्य रोग हैI राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (nvbdcp) के अनुसार डेंगू के मामले अब पूरे देश में देखने को मिलते हैं।
रोकथाम: बचाव ही इलाज है
डेंगू को रोकने का सबसे बेहतर उपाय मच्छरों के काटने और घरों के अंदर एवं उसके आसपास मच्छरों के प्रजनन को रोकना हैl
यह करने के निम्न उपाय है....
1. मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाले साधनों का उपयोग करें।
2. मच्छरों से बचने के लिए हाथ या पैर दिखने वाले परिधानों का उपयोग ना करेंl कपड़े ऐसे पहने जिसमें हाथ या पैर खुला ना रहे।
3. पानी को एक जगह इकट्ठा ना रहने दे । आमतौर पर मच्छरों के प्रजनन की प्रमुख जगह प्लास्टिक के बर्तन , बाल्टी वहनों के टायर, वॉटर कूलर ,पालतू जीव-जंतु के पानी पीने का बर्तन और फूलडान शामिल है । अतः सुनिश्चित करे कि हफ्ते में कम से कम एक बार उन्हें अवश्य साफ किया जाए।
4. अपने आसपास के परिवेश में धुआं या कीटनाशको का छिड़काव का उपयोग करें।
"डेंगू को अनदेखा ना करें । यह रोग मच्छर के काटने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से प्रसारित होता है। यह घातक हो सकता है इसलिए बारिश के मौसम के दौरान हल्के से बुखार को भी कम नहीं समझना चाहिए। डेंगू से ग्रसित मरीजों को मच्छरदानी लगे बिस्तर का प्रयोग कम से कम 6-7 दिन तक करे.. इस उपाए से अन्य लोगो को डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है।
"तो चलो स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत बनाएं"
भारत सरकार ने डेंगू की लिए जागरुकता के लिए एक मोबाइल एप्प भी तैयार किया है "इंडिया फाइट्स डेंगू"के नाम से..
इस ऐप में डेंगू से संबंधित सारी सूचनाएं उपलब्ध हैं जो डेंगू से बचाव के लिए काफी मददगार साबित होती हैं।
मरीजों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया और अपने क्षेत्र में जागरूकता पढ़ने का प्रण लिया।