BHU: डेढ़ घंटे जटिल ऑपरेशन कर दिया नया जीवन
छाती की सामने की बीच वाली मोटी हड्डी का आपरेशन कर बचाई जान;
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। ट्रामा सेंटर,बीएचयू के डॉक्टरों ने डेढ़ घंटे छाती का जटिल ऑपरेशन कर मरीज को नया जीवन दिया है। जानकारी के मुताबिक बक्सर निवासी मरीज जितेन्द्र दूबे (19) वर्ष गत रात्रि ट्रक व मोटर साइकिल की भिड़त के बाद गंभीर अवस्था में ट्रामा सेन्टर,बीएचयू में लाया गया था।
दुर्घटना के समय मरीज की छाती की बीच वाली मोटी हड्डी (Sternum) टूट गयी थी, जिसके चलते उसकी आकस्मिक मृत्यु हो सकती थी। मरीज की गम्भीर दशा को देखते ही सर्जरी विभाग की टीम डाॅ0 एस0के0 भारतीया, डाॅ0 शशि प्रकाश मिश्रा, डाॅ0 जिसान हाकिम, डाॅ0 सुमित शर्मा, डाॅ0 कविता मीना, डाॅ0 अवनिश कटियार, डाॅ0 ऋषि कुमार गौतम, डाॅ0 वरूण, डाॅ0 तान्या ने तुरन्त आपरेशन का निर्णय लिया, लगभग 1.30 घंटे चले जटिल आपरेशन के उपरान्त जितेंद्र की जान सकुशल बचा ली गयी।
बता दें कि आम तौर पर छाती की चोट गम्भीर होती है और अमूमन पसलिया टूट जाती है जिसमें एक छोटा आपरेशन कर नली डालकर मरीज को को बचा लिया जाता है।
डाॅ0 संजीव गुप्ता आचार्य प्रभारी ट्रामा सेन्टर, बीएचयू ने बताया कि छाती की बीच वाली हड्डी (Sternum)का टूटना बहुत ही कम होता है। ट्रामा सेन्टर, बीएचयू द्वारा इस तरह का पहला मरीज है एवं जिसका सफल आपरेशन किया गया, मरीज आई0सी0यू0 में है तथा उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है।