आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी।एशिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय अनुशासित नहीं है। महामना के इस ज्ञान धरोहर के कार्यालय बिना किसी लिखित नियम-कानून के धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। मामला प्राक्टोरियल बोर्ड के नए मौखिक फरमान से जुड़ा है।
सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो ने बीएचयू की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है।बताया जा रहा है कि महिला महाविद्यालय की गेट से अंदर बाहर आने जाने पर मोबाइल व इयरफोन के प्रयोग पर रोक लगा दिया गया है।जिसका कोई लिखित आदेश नही है।
वायरल वीडियो में इसी रोक टोक से भड़की छात्रा ने बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों की जमकर क्लास लगाई है।छात्रा ने मौखिक आदेश का विरोध करते हुए माँगा लिखित आदेश तो दुर्घटना का हवाला देते हुए बगली झांकते नज़र आये सुरक्षाकर्मी।
अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस सरकारी संस्था या कार्यालयों में लिखित नियम-कानून या दिशा-निर्देश न हो वहां का कर्मचारी कैसे सत्यनिष्ठा एवं कर्तव्य परायणता से आचरण या कार्य करते होंगे।
वायरल वीडियो में इसी रोक टोक से भड़की छात्रा ने बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों की जमकर क्लास लगाई pic.twitter.com/qWkYFCTeYc
— Special Coverage (@SpecialCoverage) October 14, 2017