मौरंग,गिट्टी के रेट आसमान छू रहे,सरकार को लग रही करोड़ों की चपत,जाने हमारी विशेष तफ्तीश में

Update: 2018-02-09 04:22 GMT
आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। यूपी में सत्ता बदलने के बाद सोनभद्र के खनन क्षेत्रों मे सुधार व आम आदमी को राहत की आस जगी थी। लेकिन खनन के क्षेेेत्र मे अवैध कारोबारियों के आगे सारी आस बेकार साबित हो रही हैं। यहां नियमो को ताख पर रखकर लूट का खेल जोरों से जारी है।  
वाराणसी समेत पूर्वांचल में मौरंग, गिट्टी के रेट आसमान छू रहे हैं। इसकी अहम वजह का खुलासा सोनभद्र जिले की राबर्ट्सगंज इलाके से गिट्टी धंधा करने वाले ट्रक संचालकों ने नाम न छापने की शर्त पर किया।
बातचीत के दौरान पता चला कि लीज ठेकेदारों व क्रशर संचालकों की मिलीभगत से सरकार को रोजाना करोड़ों की चपत लग रही है।राबर्ट्सगंज की खदान में ट्रक ड्राइवरों से ढाई गुना पैसा वसूला जा रहा है। इसकी वजह से मकान बनाने वालों को महंगी गिट्टी खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है।



 



सूत्रों के मुताबिक स्थानीय अफसरों व लीज होल्डरों और क्रशर संचालकों की मिलीभगत से राबर्ट्सगंज से गिट्टी लादने वाले ट्रकों से 450 फुट गिट्टी के बदले 33,500 रुपये वसूले जाते हैं। बदले में ट्रक ड्राइवरों को महज 12,600 रुपये की रसीद दी जाती है। प्रत्येक ट्रक से 20,900 रुपये की अतिरिक्त वसूली की कोई रसीद नहीं दी जाती है।इस वजह से
सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं लोगों का मकान बनवाना महंगा होता जा रहा है।



 


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