वाराणसी में जमीन के विवाद पर भड़के ग्रामीण, पुलिस पर किया पथराव

Update: 2018-02-10 06:16 GMT

वाराणसी जिले के सोएपुर गांव में एक विवादित जमीन को लेकर शुक्रवार शाम को जमकर बवाल हो गया. उग्र ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. वहीं कई झोपडिय़ों को आग के हवाले कर दिया गया.


ग्रामीणों के पथराव में इंस्पेक्टर समेत छह से अधिक महिला-पुरूष पुलिसकर्मी घायल हो गए. गांव के भीतर एक जमीन को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. ग्रामीणों का कहना था कि ये जमीन ग्राम समाज की है. जबकि दूसरा पक्ष महेश जायसवाल का कहना है कि ये जमीन भूमिहर और जोत की है. उक्त जमीन को ग्रामसभा की बताते हुए ग्रामीण बीते कई दिनों से लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे थे.

बता दें कि महेश जायसवाल पूर्व सपा सांसद जवाहर जायसवाल के भाई हैं. इस मामले में कोर्ट का फैसला महेश जायसवाल के पक्ष में आया है. इसी फैसले को सुनाने के लिए शाम को नायब तहसीलदार अरुणिमा श्रीवास्तव गांव पहुंची. उनके साथ चौकी इंचार्ज लालपुर शैलेष मिश्रा भी पहुंचे. नायब तहसीलदार ने बताया कि ये जमीन महेश जायसवाल के पक्ष में गई है. फैसला सुनाकर जैसे ही नायब तहसीलदार का जाना हुआ, दीवार के पीछे से ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया.
यही नहीं, विवादित जमीन पर कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने बनाई गई दीवार पर डले छप्पर पर ही लोगों ने आग लगा दी. मौके पर पहुंची कैंट थाना पुलिस की गाड़ी को ग्रामीणों ने घेर लिया. इस दौरान एक महिला ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगाने की कोशिश भी की लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से उसे रोकते हुए हिरासत में ले लिया.
कोर्ट से झटका खाए ग्रामीणों का गुस्सा इस पर भी शांत नहीं हुआ और भीड़ के बीच से कुछ लोगों ने अचानक फिर पथराव शुरू कर दिया. इसमे चौकी इंचार्ज शैलेश मिश्रा का कान फट गया और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया. उनके अलावा नायब तहसीलदार अरुणिमा श्रीवास्तव और एक महिला कांस्टेबल भी घायल हो गई.
पथराव में सीओ कैंट प्रशांत वर्मा की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया. फिलहाल घटना की सूचना मिलने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है. गांव में तनाव के बीच फिलहाल हालात काबू में है. आला अधिकारी पल पल की निगाह बनाये हुए है. 

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