उत्तराखंड में भयावह मंजर? चमोली में ग्लेशियर टूटने से तबाही, 150 लापता, 10 शव मिले, केंद्रीय मंत्री बोले- 2013 से भी ज्यादा असर

फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी हुए. इसमें 9557444486 और 1070 शामिल.

Update: 2021-02-07 08:50 GMT

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है. चमोली जिले जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और पानी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है, लिहाजा आसपास के इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है. आईटीबीपी, NDRF और SDRG की कई टीमें मौके पर रवाना हुई हैं. श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं. हर अपडेट जानने के लिए पेज रिफ्रेश करते रहें.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस आपदा के चलते फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. ये हेल्पलाइन नंबर हैं- 9557444486 और 1070. रावत ने ट्वीट कर कहा है, 'अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें. कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं.'

पोस्ट जोशीमठ से हेड कांस्टेबल मंगल सिंह द्वारा बताया गया कि उन्हें 10 बजकर 55 मिनट पर थाना जोशीमठ से रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली थी. इसके बाद हरिद्वार तक अलर्ट जारी कर दिया गया है. चमोली जिले के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि काफी नुकसान की सूचना आ रही है. लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. आपदा राहत टीम मौके पर जा रही है, उसके बाद ही नुकसान की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.

सीएम रावत ने कहा था कि चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है. नदी में अचानक पानी आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है. तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है. नदी किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है. एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है. अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर डैम तथा ऋषिकेष डैम को खाली करवा दिया है. SDRF अलर्ट पर है.

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