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तो ये है यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की बजह, जानिए ज्योतिष से

Arun Mishra
26 Feb 2022 10:22 AM GMT
तो ये है यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की बजह, जानिए ज्योतिष से
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वर्तमान में शनि का गोचर मकर राशि में हो रहा है, यही स्थिति 1962 के अलावा 1992-93 में भी उत्पन्न हुई थी.

24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध ने दुनियाभर में हलचल पैदा कर दी है, रूस ने यूक्रेन पर तीन तरफा हमला कर दिया है, यूक्रेन भी पलटवार कर रहा है, दुनिया में इसे तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत माना जा रहा है, हालांकि ज्योतिष के नजरिए से देखें तो इस समय तीसरे विश्व युद्ध जैसे हालात बनते नजर नहीं आ रहे फिर भी इस युद्ध का दुनिया पर काफी असर होने वाला है, अगले 15 दिन इस युद्ध के लिए महत्वपूर्ण है। उच्च का मंगल और मकर में पंचग्रही योग युद्ध का मुख्य कारण है, इस युद्ध में सबसे ज्यादा नुकसान यूक्रेन को उठाना पड़ सकता है, इस युद्ध अगले 4-5 दिन काफी भारी हो सकते हैं, दुनिया के दूसरे देश इस युद्ध में ज्यादा दखल नहीं कर पाएंगे, आने वाले दिनों में मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

वर्तमान में शनि का गोचर मकर राशि में हो रहा है, यही स्थिति 1962 के अलावा 1992-93 में भी उत्पन्न हुई थी,भारत के मामले में भी शनि का मकर में प्रवेश हमेशा ही परेशानी वाला रहा है, ऐसा जब भी होता है भारत के आसपास तनाव की स्थिति पैदा होने के साथ ही युद्ध के हालातों का भी निर्माण होता है. शनि के मकर राशि में गोचर होते समय भी साल 2020 में भारत-चीन के मध्य विवाद से कई सैनिक हताहत हुए थे एवं दुनिया भर में कोरोना का कहर हुआ,शनि का मकर राशि में गोचर जब तक रहेगा तब तक पूरे विश्व का माहौल अशांति पूर्ण रहने के साथ ही तनाव व युद्ध की स्थिति से भरा रहेगा, शनि के साथ 27 फरवरी से मंगल का गोचर भी आरंभ हो जाएंगा जो और ज्यादा नुकसान दायक हो सकता हैं, मंहगाई के साथ, अराजकता, हिंसा, रक्तपात, भूकंप, प्राकृतिक आपदाएं बढ़ सकती हैं. सन 1962 हो या 1992-93 जब भी शनि मकर राशि में होता है, पूरे विश्व में हलचल मचाता है, बड़े रोग फैलते हैं, युद्ध होते हैं, अराजकता एवं महंगाई भी बढ़ा देता है, शनि के मकर राशि में रहने से भारत, रूस, अफगानिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में हमेशा युद्ध के हालात बनते हैं या युद्ध होता है.

1962 में भारत-चीन युद्ध हुआ था, 1992 में अफगानिस्तान में गृह युद्ध के बाद तालिबान को कब्जा हुआ था और अब 2022 में रूस-यूक्रेन, हर 30 साल के अंतर पर शनि ने इन्हीं क्षेत्रों में युद्ध या हिंसात्मक कारवाई की स्थिति बनाई है पिछले दो वर्षो से पूरे विश्व में अशांति है, महामारी फैली है, भारत-चीन के बीच भी तनाव बढ़ा हुआ है, यूक्रेन व रूस का ये युद्ध से वैश्विक बाजार में भारी उथल पुथल लाता दिख रहा है इसके चलते तेल, सोना व चांदी सहित विभिन्न चीजों पर इसकी मार पड़ेगी एवं महंगाई बम फूटेगा, वहीं कई देशों की अर्थव्यवस्था पर भी इसका सीधा असर देखने को मिलेगा जबकि विश्व के अनेक बाजारों में तेजी से गिरावट भी देखने को मिलेगी हालांकि ये युद्ध बहुत लंबा चलने की ओर ग्रह इशारा करते नहीं दिख रहे हैं, ऐसे में ये मुमकिन है कि इसके पश्चात दुनिया मुख्य रूप से दो या तीन गुटों में बंट जाएगी, इस युद्ध के बाद पूरी दुनिया को एक बड़ी आर्थिक मंदी की चपेट में आने के भी संकेत हैं।

यह लेख केवल पूर्व में हुए ग्रहों के गोचर से हुई घटनाओं का पूर्वानुमान है.

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डॉ. गौरव कुमार दीक्षित, ज्योतिषाचार्य, सोरों जी

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