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जानिए- कौन हैं बिहार के नए DGP 1990 बैच के IPS अफसर आरएस भट्‌टी, कभी लालू ने प्लेन भेजकर बुलाया था पटना

Arun Mishra
19 Dec 2022 5:52 PM IST
जानिए- कौन हैं बिहार के नए DGP 1990 बैच के IPS अफसर आरएस भट्‌टी, कभी लालू ने प्लेन भेजकर बुलाया था पटना
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भट्टी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी कमान), सीमा सुरक्षा बल (BSF) के रूप में तैनात हैं।

बिहार सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारी आर एस भट्टी ( RS Bhatti)को नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है। वर्तमान DGP संजीव कुमार सिंघल का कार्यकाल 19 दिसंबर को खत्म हो रहा है। फिलहाल राजविंदर सिंह भट्टी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और BSF के पूर्वी कमांड के ADG के पद पर हैं।

आरएस भट्टी मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं। लेकिन उनका कैडर बिहार होने की वजह से उन्होंने बिहार में कार्य के दौरान कई बड़े बाहुबलियों को धूल चटाई। कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किया।

गृह विभाग द्वारा रविवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार बिहार कैडर (Bihar) के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी को अगले आदेश तक बिहार का डीजीपी का नियुक्त किया गया है। भट्टी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी कमान), सीमा सुरक्षा बल (BSF) के रूप में तैनात हैं।

शहाबुद्दीन के साथ भी जुड़ा है नाम

मलू रूप से पंजाब निवासी भट्टी बिहार कैडर के आईपीएस अफसर हैं और उन्होंने बिहार में कई बाहुबलियों को मात दी है। एक सख्त प्रशासक के रूप में मशहूर भट्टी के साथ कई किस्से जुड़े हैं। बिहार के बाहुबली नेता रहे शहाबुद्दीन की गिरफ्तारी में उनकी अहम योजना रही थी। भट्टी, एस के सिंघल का स्थान लेंगे जो 19 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अपनी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से पहले भट्टी बिहार सैन्य पुलिस के महानिदेशक थे।

जब लालू ने प्लेन भेजकर बुलाया

बिहार में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे भट्टी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अपने पहले कार्यकाल के दौरान सीबीआई के संयुक्त निदेशक के पद पर पदस्थापित किए गए थे। उनके साथ एक और किस्सा जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि जब लालू यादव 90 के दशक में बिहार के सीएम थे तो उस दौरान भट्टी गोपालगंज के कप्तान थे। इसी दौरान छपरा में एक डॉक्टर के बेटे का अपहरण हो गया जिसके बाद सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी। बात लालू यादव तक पहुंची तो उन्होंने केस भट्टी को दे दिया जो उस समय छुट्टी पर अपने घर चंडीगढ़ गए थे। इसके बाद लालू ने उन्हें क़ल किया और राज्य सरकार का विमान चंडीगढ़ पहुंचा और भाटी को लेकर पटना पहुंचा। इसके बाद भाटी ने जो ऑपरेशन चलाया उसका नतीजा था कि हफ्तेभर में अगवा डॉक्टर पुत्र यूपी के मिर्जापुर से बरामद कर लिया गया।

बिहार के जिस दौर को जंगल राज कहा जाता है, उस दरम्यान राजविंदर सिंह भट्‌टी की पोस्टिंग जिस जिले में हुई, वहां के खराब लॉ एंड ऑर्डर को इन्होंने दुरुस्त कर दिया था। यही वजह है कि तब पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने भी अपने कुछ वैसे रिश्तेदारों के बिगड़े मिजाज को ठीक कराने का एक तरीका सोचा। इसके लिए राजविंदर सिंह भट्टी को उस वक्त गोपालगंज का SP बनाया गया। लालू प्रसाद उन्हें अपने साथ गोपालगंज ले गए। इसके बाद उन्होंने कानूनी हिसाब से पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों को ठीक किया गया।

Arun Mishra

Arun Mishra

Sub-Editor of Special Coverage News

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