बिहार

मुख्यमंत्री ने किया एनटीपीसी बरौनी की पावर यूनिट्स का लोकार्पण

सुजीत गुप्ता
27 Nov 2021 8:33 AM GMT
मुख्यमंत्री ने किया एनटीपीसी बरौनी की पावर यूनिट्स का लोकार्पण
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कुमार कृष्णन

बेगुसराय।एनटीपीसी के बरौनी थर्मल पावर स्‍टेशन में स्‍टेज टू के पांच सौ मेगावाट (250-250 मेगावाट के दो) क्षमता के यूनिट का लोकार्पण मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को किया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह ने समारोह की अध्‍यक्षता की।

लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में ऊर्जा के क्षेत्र में देश भर में काम करने के लिए प्रधानमंत्री व ऊर्जा मंत्री के प्रति आभार जताया। उन्‍होंने कहा कि बिहार में सबसे पहले श्रीबाबू ने 26 जनवरी 1960 को 15 मेगावाट की तीन इकाइयों का शिलान्‍यास बेगूसराय में किया। उन्‍होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने काफी अच्छा काम किया। कुल 110 मेगावाट की दो इकाई जो बंंद थी उसको शुरू कराने को काम किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब काम करना शुरू किया फिर सुधार लाकर काम आगे बढ़ाया। 2015 में सात निश्चय के तहत हर घर बिजली पहुंचाई। जितना भी काम बिजली के क्षेत्र में शुरू किया सब एनटीपीसी को समर्पित किया।केंद्र में अटल जी के सरकार के समय से ही मेरा एनटीपीसी से संबंध है।

बुद्ध वाटिका में आयोजित लोकार्पण समारोह में अध्यक्षीय उद्गार में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बरौनी से जुड़ी यादें ताजा की। उन्होंने कहा कि आज बरौनी के विकास का श्रेय यदि किसी को जाता है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को। बरौनी का निर्माण 2011 से धीरे-धीरे चल रहा है। मुख्यमंत्री ने एनटीपीसी को तेजी से विकास के लिए सौंपा। मुख्यमंत्री के निवेदन के बाद 2018 में एनटीपीसी को सुपुर्द किया गया। उन्‍होंने कहा कि करीब दस हजार मेगावाट क्षमता का यूनिट लगेगा। अब तक आठ हजार मेगावाट का यूनिट लग गया है। यहां उत्पादन में से 5600 मेगावाट बिहार को देते हैं। उन्‍होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में देश ने काफी प्रगति की है। मोदी सरकार के आने से पहले देश स्वाबलंबी नहीं था ।

हमलोगों ने पूरे देश को एक ग्रिड में जोर दिया । एक लाख 51 हजार किमी ग्रिड बिछाया । लेह लद्दाख ले गए । देश के कोने कोने को ग्रिड से जोड़ा । दुनिया के सबसे बड़े ग्रिड में परिणत किया । एक लाख 12 हजार मेगावाट एक साथ भेज सकते हैं। 326 सबस्टेशन बने। इंडिपेंडेंट सर्वे का यह रिपोर्ट है कि यहां 2015 से पहले 12 घण्टे औसत बिजली थी । आज 20 से 21घंटे औसत बिजली मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि एक हजार दिन में हर गांव बिजली ले जाएंगे हमने कम दिन में ही पहुंचा दिया। दो करोड़ 83 लाख आबादी को 18 महीने में विद्युतीकरण किया। दुनिया में बिजली के इतिहास में इतनी तेजी कहीं नहीं हुआ । आठ लाख 20 हजार मेगावाट की आने वाले समय में जरूरत होगी । उन्‍होंने अपील की कि बिजली बिल आपलोग समय से दीजिए हम 24 घंटे बिजली देंगे।

यहां यूनिट आठ से मार्च से 250 मेगावाट जबकि यूनिट नौ से नवंबर से 250 मेगावाट बिजली का उत्‍पादन हो रहा है। कार्यक्रम में एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह, डायरेक्टर एचआर डीके पटेल के अलावा एनटीपीसी बरौनी के अधिकारी, तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह, मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह उपस्थित थे। इस यूनिट के लोकार्पण के बाद बाढ़ एनटीपीसी की उत्‍पादन क्षमता 1320 मेगावाट से बढ़कर 1980 यूनिट हो जाएगी। बिहार को इससे चार सौ मेगावाट से अधिक बिजली मिलेगी।

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