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न लग्न- न मुहूर्त…अस्पताल में प्रेमिका की मांग में भरा सिंदूर, बेड पर बैठकर एक-दूजे को पहनाई वरमाला

प्रेमी लड़की से प्रेम संबंध होने की बात से इंकार करता रहा, लेकिन घरवालों ने उनकी अस्पताल में ही शादी करा दी।

न लग्न- न मुहूर्त…अस्पताल में प्रेमिका की मांग में भरा सिंदूर, बेड पर बैठकर एक-दूजे को पहनाई वरमाला
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बिहार के अरवल में हुई एक अनोखी शादी (Unique Marriage) चर्चा में है। यहां एक प्रेमी जोड़े को अस्पताल की बेड पर सात जन्मों के लिए बंधना पड़ा। प्रेमी चोरी छिपे अपनी 18 साल की प्रेमिका को बाजार घुमाने ले गया था, जहां कार की टक्कर से दोनों घायल हो गए।

जब परिवारवाले अस्पताल पहुंचे तो उन्हें पूरी बात समझने में देर नहीं लगी। प्रेमी लड़की से प्रेम संबंध होने की बात से इंकार करता रहा, लेकिन घरवालों ने उनकी अस्पताल में ही शादी करा दी। आखिरकार लड़के ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा और जीवन भर साथ निभाने का वादा किया।

बैदाराबाद बाजार घुमाने ले गया था लड़का

ठाकुर बिगहा गांव का नीरज कुमार (19 साल) कौशिल्या नाम की लड़की से प्यार करता था। कौशिल्या दौलतपुर की रहने वाली है। नीरज प्रेमिका कौशिल्या को बाइक से बैदाराबाद बाजार घुमाने ले गया था। जहां उसकी बाइक को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। इससे दोनों बुरी तरह घायल हो गए। आसपास के लोगों ने दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया। बात नीरज और कौशिल्या के घर तक पहुंची तो दोनों परिवारों से लोग सदर अस्पताल पहुंच गए।

दोनों का इलाज करवाया गया। इसके बाद दोनों के परिवार वालों ने अस्पताल में ही उनकी शादी कराने का फैसला कर लिया। दरअसल, नीरज और कौशिल्या के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों एक दूसरे से चोरी छिपे मिलते थे। हादसे वाले दिन भी परिवार वालों को बिना बताए घर से बाहर निकले थे।

सोचा नहीं था कि इस तरह शादी होगी

पहले तो नीरज परिवारवालों के सामने शर्माता रहा। उसने कौशिल्या से प्रेम संबंध होने की बात से भी किनारा कसने की कोशिश की। नीरज ने कहा, वह दोनों एक बाइक से बाजार से घर लौट रहे थे। रास्ते में एक्सीडेंट हो गया। परिवारवाले शादी के लिए दबाव दे रहे हैं। फिलहाल मैं शादी के लिए तैयार हूं। लेकिन सोचा नहीं था कि ऐसी हालत में शादी करनी पड़ेगी। अस्पताल में शादी होगी, यह कभी नहीं सोचा था।

दोनों परिवार पहले से थे रिश्तेदार

दरअसल, कौशिल्या नीरज के बहनोई की बहन है। परिवारवालों का कहना है कि दोनों काफी दिन से मिलते जुलते थे। इसलिए इनकी अस्पताल में ही शादी कराने का फैसला लिया गया। बुधवार की रात 12 बजे नीरज ने कौशिल्या की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। इसके बाद सात जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाने का वादा किया। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।

Arun Mishra

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Sub-Editor of Special Coverage News
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