मुजफ्फरपुर

पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में CBI ने जिस गवाह को माना मृत, कोर्ट में हाजिर होकर बोला हुजूर में जिंदा हूँ फिर किया कोर्ट ने CBI के खिलाफ ये काम

Shiv Kumar Mishra
4 Jun 2022 5:02 AM GMT
पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में CBI ने जिस गवाह को माना मृत, कोर्ट में हाजिर होकर बोला हुजूर में जिंदा हूँ फिर किया कोर्ट ने CBI के खिलाफ ये काम
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सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-प्रथम पुनीत कुमार गर्ग के विशेष कोर्ट (एमपी/एमएलए) में सीबीआइ उस समय सकते में आ गई, जब उसकी ओर से मृत घोषित गवाह बादामी देवी उपस्थित हो गईं। उन्होंने कोर्ट में उपस्थिति पत्र, आधार कार्ड व मतदाता पहचान पत्र दाखिल किया। इसमें अपने को जीवित बताया।

उसने आरोप लगाया कि सीबीआइ व वीरेंद्र पांडेय साजिश के तहत उसे मृत घोषित किया है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता शरद सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने विशेष कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर मामले को संज्ञान में लेने की प्रार्थना की है।

बादामी देवी ने कोर्ट को बताया कि राजदेव रंजन हत्याकांड में सीबीआइ ने उन्हेें गवाह बनाया है। वह सिवान के कसेरा टोली स्थित हाउस नंबर-91-ए में रहती है। सीबीआइ के किसी अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया और मृत घोषित करते हुए कोर्ट में सत्यापन प्रतिवेदन दाखिल कर दिया। विशेष कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीबीआइ से स्पष्टीकरण मांगा है। इसकी सुनवाई 20 जून को होगी।

सीबीआइ ने गवाही देने के लिए बादामी देवी और सिवान के लक्ष्मीपुर निवासी सकलदेव को विशेष कोर्ट से समन जारी कराया था। बीते महीने 25 मई को सीबीआइ ने सत्यापन प्रतिवेदन दाखिल किया। इसमें कहा गया कि बादामी देवी की मौत हो चुकी है और सकलदेव की जनवरी, 2021 में गवाही हो चुकी है। इसलिए गवाही से दोनों के नाम वापस लेने की बात कहते हुए समन कोर्ट को लौटा दिया था।

बादामी देवी हत्याकांड की प्रमुख राजदार हैं। बादामी के मकान को किरायेदार वीरेंद्र पांडेय से खाली कराने की सौदेबाजी में ही इस हत्याकांड में उनके रिश्तेदार विजय कुमार गुप्ता व अन्य शामिल हुए थे। सीबीआइ ने अपने आरोप पत्र में अजहरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां को मास्टरमाइंड बताया था। उसी ने यह सौदेबाजी विजय व अन्य से की थी। विजय व अन्य आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं।

ज्ञात हो कि 13 मई, 2016 को सिवान रेलवे स्टेशन के निकट पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सीबीआइ सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सहित आठ आरोपितों के विरुद्ध विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। शहाबुद्दीन की मौत कोरोना के कारण हो चुकी है।

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