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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्रा का निधन, दिल्ली में ली अंतिम साँस
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र का आज निधन हो गया. 82 डॉ जगन्नाथ मिश्र काफी समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की खबर सुनकर बिहार में शोक की लहर दौड़ गई. बिहार में तीन बार मुख्यमंत्री रहे डॉ जगन्नाथ मिश्र आज अंतिम सांस ली. पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा का निधन दिल्ली में हुआ.
चारा घोटाला की पटकथा जगन्नाथ मिश्रा के मुख्यमंत्री पद रहते ही हो चुकी थी लेकिन ये मामला सामने तब आया जब 1990 के दशक में मुख्यमंत्री लालू यादव थे. जगन्नाथ मिश्रा पर आरोप था कि इन्होंने दुमका और डोरंडा निधि से धोखाधड़ी से रूपये निकाले. बाद में सीबीआई अदालत ने इन्हें 4 साल की सजा सुनाई और रांची जेल भेज दिया गया.
डॉ जगन्नाथ मिश्र भारतीय राजनेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं. जगन्नाथ मिश्रा ने प्रोफेसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में बिहार विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने. डॉ० मिश्र तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उनकी रुचि राजनीति में बचपन से ही थी, क्योंकि उनके बड़े भाई, ललित नारायण मिश्र राजनीति में थे और रेल मंत्री थे. डॉ जगन्नाथ मिश्रा विश्वविद्याल में पढ़ाने के दौरान ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए.
डॉ मिश्र 1975 में पहली बार मुख्यमंत्री बने. दूसरी बार उन्हें 1980 में कमान सौंपी गई और आखिरी बार 1989 से 1990 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे. वह 90 के दशक के बीच केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी रहे. बिहार में डॉ मिश्र का नाम बड़े नेताओं के तौर पर जाना जाता है. कांग्रेस छोड़ने के बाद, वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और अब जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य हैं. 30 सितंबर 2013 को रांची में एक विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो ने चारा घोटाले में 44 अन्य लोगों के साथ उन्हें दोषी ठहराया. उन्हें चार साल की कारावास और 200,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था