
बिहार में उपेन्द्र ने किया प्रशांत पर हमला, बौखला जायेंगे नीतीश, जानिए क्यों?

पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को लेकर बिहार में एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है. अब इसमें केन्द्रीय मंत्री और आरएलएसपी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा भी कूद गए हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है. कुशवाहा ने ट्वीट किया-जनाब! छात्रसंघ चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर 'पुलिस प्रशासन- विश्वविद्यालय' सबको दंडवत करा दिया. इतनी फजीहत कराकर जीत भी गए तो प्रधानमंत्री बन जायेंगे?"
पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के चुनाव को लेकर किरकिरी करा चुके प्रशांत किशोर ने अब सफाई दी है. प्रशांत किशोर ने बीजेपी के बवाल के बाद अपन पक्ष रखा है. प्रशांत किशोर ने कहा है कि मैंने कभी किसी अधिकारी से बात नहीं की है. बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव 5 दिसंबर को होना है. सोमवार को जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने चुनाव आचार संहिता लगे रहने के बावजूद पटना यूनिवर्सिटी के वीसी से मुलाकात की थी। इसको लेकर बिहार में सियासत तेज है. बीजेपी ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर छात्र संघ चुनाव में बाहरी हस्तक्षेप रोकने की मांग की है.
पटना यूनिवर्सिटी के वीसी से प्रशांत किशोर की गुपचुप मुलाकात के बाद बिहार की सियासत में उबाल है.इस गुपचुप मुलाकात को लेकर बीजेपी और आरजेडी ने प्रशांत किशोर पर जोरदार हमला किया था. इन हमलों को देखते बैकफुट पर आए प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 से लेकर अभी तक उन्होंने किसी भी अधिकारी को फोन नहीं किया. प्रशांत किशोर ने यह चनौती दी है कि कोई यह साबित करके दिखाए. प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझ पर लगाए जा रहे सारे आरोप गलत हैं.
हालांकि प्रशांत किशोर और पटना यूनिवर्सिटी के वीसी से सोमवार की देर रात हुए मुलाकात को लेकर बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर इसकी शिकायत भी की थी. जिसके बाद राज्यपाल ने वीसी से रिपोर्ट भी तलक किया था. इस मुलाकात को लेकर आज दिन भर पटना में राजनीति उथल पुथल मचा रहा. बढ़ते बवाल को थामने के लिए प्रशांत किशोर ने अपनी सफाई दी है. लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि पीके से इस सफाई पर अन्य पार्टियां कितना भरोसा कर पाती हैं.




