पटना

टेक्सटाइल पालिसी देश की नंबर वन पालिसी: शाहनवाज

टेक्सटाइल पालिसी देश की नंबर वन पालिसी: शाहनवाज
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बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के वार्षिक समारोह में पद्मश्री केके मोहम्मद और विष्णु थापा सम्मानित

कुमार कृष्णन

पटना । उद्योग क्षेत्र में बिहार आगे था, लेकिन वर्ष 2005 के पूर्व स्थिति बिगड़ गई। नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद से भरपाई की जा रही है। सड़क, बिजली सहित आधारभूत संरचना में बड़ा बदलाव आया है। उद्योग विभाग का अगला बजट क्या होगा, वक्त बताएगा।

उक्त बातें बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के 77वें वार्षिक समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि बिल्डिग बाइलाज पर चर्चा हुई है। संशोधन के जरिए शीघ्र विसंगतियां दूर की जाएंगी। औद्योगिक भूखंड पर भी चर्चा हुई है। औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। सभी पंचायतों में वाणिज्यिक बैंकों की शाखाएं खुलेंगी और सीडी रेशियों में सुधार होगा। बैंकों ने अगर बदलते बिहार के साथ अपना रवैया नहीं बदला तो हम और सख्त होंगे।

चावल मिलों की मुश्किलें भी दूर की जाएंगी। बिना एकेडमिक, बिना प्रशिक्षण व्यापार जगत की हस्ती बनने वाले चरित्र से भी हमें सीखने की जरूरत है।

इससे पूर्व उद्योग मंत्री सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 1285 करोड़ रुपये का हमारा बजट था, विपक्ष ने तंज किया। मैने कहा, बजट पर नहीं, मेरे हौसले पर जाइए। चुनौतियां हैं। आक्सीजन पालिसी लाने के बाद 80 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। टेक्सटाइल पालिसी भी देश की नंबर वन पालिसी रहेगी। प्रधानमंत्री की ख्वाहिश है कि उद्योग के क्षेत्र में बिहार नंबर वन बने। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलकर बैंकों की खूब शिकायत की है। रेलमंत्री से मिलकर डालमिया नगर प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की है।

बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने इंडस्ट्रियल कैबिनेट को पुनर्र्जीवित करने, एक देश एक बिजली दर रखने, नीति में स्थानीय उद्योगों को प्राथमिकता देने आदि की मांग की। नवनिर्वाचित अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने कहा कि बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन 78वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। बिहार तरक्की के रास्ते पर है। हालांकि, यहां पर कैपिटा इनकम, शहरीकरण जैसे कुछ मोर्चे पर हम पिछड़े हुए हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। कार्यक्रम को विधान पार्षद संजय मयूख सहित अन्य ने भी संबोधित किया।

इससे पूर्व बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की 77वीं वार्षिक आमसभा आयोजित की गई। इसमें सत्र 2021-22 के लिए छह पदाधिकारियों के साथ कार्यकारिणी परिषद के 24 सदस्यों का निर्विरोध चुनाव हुआ। एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर अरुण अग्रवसाल, उपाध्यक्ष पद के लिए अरिवंद कुमार सिंह, सुबोध कुमार गोयल तथा भरत अग्रवाल, तथा कोषपाध्यक्ष पद के लिए मनीष तिवारी निर्वाचित हुए। सीए आशीष रोहतगी महासिचव पद पर के लिए दोबारा निर्वाचित हुए हैं। अरुण अग्रवाल तीसरी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं। कार्यकारिणी परिषद के विभिन्न कमिश्नरी के लिए आरक्षित नौ पद के विरुद्ध केवल तीन से ही नामांकन प्राप्त हुआ था। तीनों र्निविरोध चुनो गए। नामांकन नहीं भरे जाने के कारण छह पद रिक्त रहे गए। मनोनयन के जरिए ये पद भरे जाएंगे।

एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष केपीएस के भाजपा नेता अशोक भट्ट, बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्ष उषा झा सहित अन्य उपस्थित थे। मौके पर पद्मश्री केके मोहम्मद को पुरातत्व के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही बीएमपी के विष्णु थापा को बांसुरी के लिए भी सम्मान दिया गया। सत्येंद्र संगीत की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ

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