पटना

बेगूसराय फायरिंग के चारो आरोपी गिरफ्तार, बीहट का है मास्टरमाइंड सुमित

Shiv Kumar Mishra
16 Sep 2022 4:03 AM GMT
बेगूसराय फायरिंग के चारो आरोपी गिरफ्तार, बीहट का है मास्टरमाइंड सुमित
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पटना से शिवानंद

बिहार के बेगूसराय में मं 13 सितंबर मंगलवार की शाम हुई गोलीबारी के मामले में एसआईटी एवं एसटीएफ की टीम ने चारों को गिरफ्तार कर ली है। गिरफ्तार लोगों में सुमित,युवराज,केशव उर्फ नागा और अर्जुन शामिल हैं। सुमित गैंग का मास्टरमाइंड है जिसने ये प्लानिंग की थी । इनलोगों के पास6 हथियार थे और करीब 30 से अधिक राउंड गोली चलाई गई थी। पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार अपराधियों ने ही घटना को अंजाम दिया है।क्यों ऐसा किया और इसके पीछे किसी की साजिश तो नहीं थी ,आदि मसलों पर पुलिस गंभीरता से पूछ रही है। पकड़े गए अपराधियों के नाम है सुमित, अर्जुन , नागा और युवराज । पुलिस दो को कल गिरफ्तार कर चुकी थी जबकि दो को आज गिरफ्तार किया गया है।जानकारी के अनुसार झाझा स्टेशन से पुलिस ने को गिरफ्तार किया है जो मौर्य ट्रेन से रांची जा रहा था। वहीं पुलिस ने सुबह साहेबपुर कमाल से को गिरफ्तार कर मामला को क्लोज कर दिया है।

पुलिस को गुमराह करनेके लिए ये लोग बरौनी थर्मल के पास वारदात करने के बाद पटना न जाकर बिंदतोली होते हुए अपने अपने ठिकानों पर चुप गय थे।

दो दो संदिग्ध को बेगूसराय न्यायालय के समीप से वकील से मिलने जाने वक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि केशव को झाझा स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।इन लोगों के पास से बड़ी संख्या में हथियार एवं घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल भी मिली है। इस संबंध में पुलिस अभी खुलासा नहीं कर रही है, लेकिन गुरुवार की रात डीआईजी सत्यवीर सिंह ने कहा है कि उद्भेदन हो गया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को जिसकी तलाश थी वह मिल गया है।

इधर, सूत्रों के अनुसार घटना को लेकर जारी सीसीटीवी फुटेज में नारंगी रंग का टी-शर्ट पहने जो व्यक्ति दिख रहा था, उस संदिग्ध को लेकर गुरुवार देर शाम एसपी योगेन्द्र कुमार गोधना गांव के समीप स्थित घटनास्थल पहुंचे तथा क्राइम का सीन क्रिएट किया गया। करीब 20-25 मिनट रुकने के बाद रुकने के बाद पुलिस टीम बेगूसराय लौट गई है। इस संबंध में शुक्रवार को प्रेसवार्ता के माध्यम से गोलीबारी मामले की जानकारी देने की संभावना है। एसपी जिस संदिग्ध अपराधी को लेकर घटनास्थल पहुंचे, उसके संबंध में कई और महत्वपूर्ण साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं तथा इसका तार बड़े नेटवर्क से जुड़ सकता है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए संदिग्धों के पास से बरामद मोबाइल का तकनीकी विश्लेषण भी किया गया है। घटना के समय मोबाइल का लोकेशन और फायरिंग के रूट में पड़ने वाले तमाम मोबाइल टावर के डंप डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है।

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