पटना

पटना सिटी में खुदाई से मिलेगी महत्वपूर्ण जानकारी: नीतीश

पटना सिटी में खुदाई से मिलेगी महत्वपूर्ण जानकारी: नीतीश
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कुमार कृष्णन

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना सिटी गुलजारबाग प्रेस के अधीक्षक कार्यालय के निकट में पेड़ और वहां खुदाई स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्हीने त्रिपोलिया में बीएनआर ट्रेंनिंग कॉलेज का निरीक्षण कर उसके एक्सटेंशन को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।


इस दौरान उन्होंने कहा कि पटना सिटी पाटलिपुत्र का इलाका है यहां से लोगों को विस्थापित करना संभव नहीं है।लेकिन, यदि कहीं सरकारी जमीन है, और उसकी खुदाई की जाए तो बहुत सारी चीजों की जानकारी मिल सकती है। एक दो जगहों पर खुदाई के लिए जमीन को निशानदेही की गई है। 2000 साल से पुराने अवशेष होने की जानकारी मिली है।

गौरतलव है कि ऐतिहासिक स्थलों और धरोहरों को संरक्षित किए जाने और उनके विकास को लेकर राज्य सरकार द्वारा कार्य योजना तैयार की जा रही है इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना सिटी का दौरा कर दीदारगंज स्थित गुरु का बाग गुरुद्वारा परिसर में बन रहे प्रकाश पुंज, गुलजार बाग स्थित भूमि सर्वेक्षण कार्यालय, गंगा घाट और बीएनआर ट्रेंनिंग कॉलेज परिसर का निरीक्षण किया।सीएम नीतीश ने यहां अधिकारियों से विशेष जानकारी प्राप्त की। इस संबंध में संबंधित विभाग के आला अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

सर्वप्रथम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीदारगंज स्थित गुरु का बाग गुरुद्वारा परिसर में 10 एकड़ जमीन में लगभग 50 करोड़ की लागत से बन रहे प्रकाश पुंज का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में तेजी लाए जाने का निर्देश जारी करते हुए जनवरी 2022 में मनाए जाने वाले गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 400 वे प्रकाश पर्व, और गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 355 वे प्रकाश पर्व के पूर्व निर्माण कार्य को पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया।बाद में मुख्यमंत्री गुलजार बाग स्थित भूमि सर्वेक्षण कार्यालय, गंगा घाट और बीएनआर ट्रेंनिंग कॉलेज परिसर का भी निरीक्षण कर ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना सिटी ही मूल रूप से पाटलिपुत्र शहर है, जिसका इतिहास काफी पुराना है। उन्होंने पाटलिपुत्र को दुनिया का सबसे पुराना शहर करार देते हुए कहा कि घनी आबादी वाले इस शहर के शहरवासियों को विस्थापित करना संभव नहीं है, लेकिन कुछ सरकारी जमीन पर अगर खुदाई की जाए, तो बहुत सारी चीजों की जानकारी मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि अगर खुदाई में कुछ भी निकला तो पाटलिपुत्र का इतिहास एक बार फिर से सार्वजनिक हो सकेगा, साथ ही नई पीढ़ी के लोग भी पुराने इतिहास से अवगत हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरातात्विक विभाग द्वारा पटना सिटी के कुछ जगहों को चिन्हित किया गया है, जिस पर जल्द ही खुदाई का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

इस मौके पर पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के परामर्शी पूर्व मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल, जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के अलावा विभिन्न विभागों के कई आला अधिकारी मौजूद थे।

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